केरल हत्याकांड में कैडेल जीनसन दोषी करार, कुल्हाड़ी से काटकर की थी अपने ही परिवार के चार लोगों की हत्या

Published on: 12 May 2025 | Author: Garima Singh
Kerala Murder: केरल की राजधानी तिरुवनंतपुरम की एक अदालत ने सोमवार को 35 साल के कैडेल जीनसन राजा को 2017 में अपने माता-पिता, बहन और चाची की निर्मम हत्या का दोषी करार दिया. यह जघन्य अपराध तीन दिनों के भीतर उनके घर में अंजाम दियागया था. अतिरिक्त सत्र न्यायालय-VI मंगलवार को इस मामले में सजा का ऐलान करेंगे.
अभियोजन पक्ष के मुताबिक, कैडेल ने इन हत्याओं को सावधानीपूर्वक योजनाबद्ध तरीके से अंजाम दिया था. वह अपने परिवार से नाराज था. विदेश में अधूरी इंजीनियरिंग की पढ़ाई, परिवार द्वारा सामाजिक जीवन पर पाबंदी और हिंसक वीडियो गेम्स की लत ने उसके गुस्से को और भड़काया था. अभियोजन पक्ष ने कहा, "वह अपने पिता की जीवनशैली से भी नाराज़ था.' अदालत ने कैडेल के मानसिक रूप से अस्वस्थ होने के दावे को पूरी तरह खारिज कर दिया.
हत्या की सुनियोजित चाल
कैडेल ने 5 अप्रैल को अपने माता-पिता और बहन को अपने कमरे में बुलाया, यह दावा करते हुए कि वह एक नया वीडियो गेम दिखाना चाहता है, जिसे उसने कथित तौर पर बनाया था. कमरे में उसने ऑनलाइन खरीदे गए चाकू से उन पर हमला किया. अगले 48 घंटों तक, उसकी आंशिक रूप से दृष्टिहीन चाची ललिता को कुछ पता नहीं चला. बाद में उनकी भी हत्या कर दी गई. कैडेल ने घर में काम करने वाली को बताया कि परिवार घूमने गया है. 8 अप्रैल की रात को उसने अपने पिता, मां और बहन के शवों को आग लगा दी. जिसके बाद वह चेन्नई भाग गया.
पुलिस जांच और सबूत
पुलिस को घर में चाची का कटा हुआ शव और अन्य तीन जले हुए शव मिले. आरोपी ने गला काटने से संबंधित यूट्यूब वीडियो देखे थे और हत्या की योजना महीनों पहले बनाई थी. अभियोजन पक्ष ने मेडिकल रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा, "हत्याएं स्पष्ट रूप से योजनाबद्ध थीं.'
कैडेल का दावा
कैडेल ने शुरू में दावा किया कि उसने "सूक्ष्म प्रक्षेपण" के प्रयोग के तहत हत्याएं कीं, ताकि वह आत्माओं को शरीर से निकलते देख सके. हालांकि, मनोचिकित्सक की जांच में यह दावा खारिज हो गया. अभियोजन पक्ष ने तर्क दिया कि उसकी मानसिक स्थिति सामान्य थी और उसने सिज़ोफ्रेनिया के दावे को गढ़ा था.