Air India: आज एक ही दिन में रद्द हुई एयर इंडिया की 7 उड़ानें, अहमदाबाद हादसे के बाद सख्त जांच का असर

Published on: 17 Jun 2025 | Author: Antima Pal
Air India Flights: एयर इंडिया को मंगलवार, 17 जून 2025 को सात अंतरराष्ट्रीय उड़ानें रद्द करनी पड़ीं. इनमें से छह उड़ानें बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर विमानों से संचालित हो रही थीं, जो वही मॉडल है, जिसका अहमदाबाद में हाल ही में हुए भयानक हादसे में इस्तेमाल हुआ था. उस हादसे में 270 से अधिक लोगों की जान चली गई थी. रद्द होने की वजहों में तकनीकी खराबी और विमान की अनुपलब्धता शामिल हैं. यह कदम अहमदाबाद हादसे के बाद डायरेक्टरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन द्वारा बोइंग 787-8 और 787-9 विमानों की सख्त जांच के निर्देशों के बाद उठाया गया है.
कौन-कौन सी उड़ानें रद्द हुईं?
रद्द हुई उड़ानों में दिल्ली-पेरिस (AI143), पेरिस-दिल्ली (AI142), अहमदाबाद-लंदन गैटविक (AI159) और अन्य शामिल हैं. इसके अलावा हांगकांग-दिल्ली (AI315) उड़ान को तकनीकी खराबी के कारण बीच रास्ते से हांगकांग वापस लौटना पड़ा. एक अन्य उड़ान, फुकेत-दिल्ली, को बम की धमकी के कारण आपातकालीन लैंडिंग करनी पड़ी. एयर इंडिया ने बताया कि कुछ उड़ानें हवाई क्षेत्र प्रतिबंधों और अतिरिक्त जांच के कारण रद्द हुईं, न कि केवल तकनीकी खराबी के चलते. यात्रियों को रिफंड या वैकल्पिक उड़ानों की सुविधा दी जा रही है.
क्यों हो रही है सख्त जांच?
12 जून 2025 को अहमदाबाद में हुए एयर इंडिया के बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर हादसे के बाद, जिसमें 241 यात्री और चालक दल के सदस्यों सहित 270 से अधिक लोगों की मौत हुई, DGCA ने सभी बोइंग 787 विमानों की गहन जांच के आदेश दिए. इनमें हाइड्रोलिक सिस्टम, ईंधन मापदंडों की निगरानी और केबिन एयर कंप्रेसर की जांच शामिल है. एयर इंडिया ने अब तक अपने 33 ड्रीमलाइनर विमानों में से नौ की जांच पूरी कर ली है, लेकिन बाकी 24 की जांच बाकी है. इन जांचों के कारण उड़ानों के टर्नअराउंड समय में देरी हो रही है, जिससे रद्दीकरण और देरी बढ़ रही है.
लोगों कर रहे एयर इंडिया की आलोचना
इन रद्दीकरणों ने यात्रियों को काफी परेशानी में डाला है. खासकर लंबी दूरी की उड़ानों, जैसे दिल्ली-पेरिस और अहमदाबाद-लंदन, पर असर पड़ा है. एयर इंडिया ने यात्रियों से उड़ान की स्थिति जांचने और वैकल्पिक व्यवस्था के लिए संपर्क करने की अपील की है. सोशल मीडिया पर कुछ लोग एयर इंडिया की आलोचना कर रहे हैं, उनका कहना है कि हादसे से पहले नियमित जांच में लापरवाही बरती गई. एक यूजर ने लिखा, 'इतनी तकनीकी खराबियां अब क्यों पकड़ी जा रही हैं? पहले कहां थी यह सतर्कता?'
हादसे के बाद बोइंग के शेयरों में 7% की गिरावट
एयर इंडिया ने कहा कि वह DGCA के निर्देशों का पूरी तरह पालन कर रही है और सुरक्षा को प्राथमिकता दे रही है. दूसरी ओर बोइंग ने जांच में सहयोग करने का वादा किया है. कंपनी के सीईओ केली ऑर्टबर्ग ने कहा, 'हम प्रभावित यात्रियों और उनके परिवारों के साथ हैं और जांच में पूरा समर्थन देंगे.' हादसे के बाद बोइंग के शेयरों में 7% की गिरावट आई, जो कंपनी के लिए एक और झटका है.
सख्त निगरानी जारी
DGCA ने अभी तक बोइंग 787 विमानों को पूरी तरह ग्राउंड करने का फैसला नहीं लिया है, लेकिन सख्त निगरानी जारी है. हादसे की जांच में ब्लैक बॉक्स और कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर मिल चुके हैं, जो कारणों का पता लगाने में मदद करेंगे. यात्रियों को सलाह दी जा रही है कि वे उड़ान से पहले स्टेटस चेक करें. यह स्थिति न केवल एयर इंडिया, बल्कि पूरे विमानन उद्योग के लिए एक चेतावनी है कि सुरक्षा में कोई समझौता नहीं होना चाहिए.