Israel-Iran Conflict: 'युद्ध विराम नहीं अंत चाहते हैं', इजरायल-ईरान संघर्ष पर बोले डोनाल्ड ट्रंप, कई सवालों का दिया जवाब

Published on: 17 Jun 2025 | Author: Shanu Sharma
Donald Trump on Israel-Iran Conflict: इजरायल और ईरान के बीच संघर्ष बढ़ता ही जा रहा है. इसी बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कनाडा में चल रहे ग्रुप ऑफ़ सेवन या जी 7 नेताओं की बैठक को बीच में ही छोड़ दिया. उनके इस शिखर सम्मेलन के छोड़ने के पीछे फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने दोनों देशों के बीच चल रहे तनाव और युद्ध विराम की वजह बताई थी. हालांकि ट्रंप ने इस बात का इनकार किया है.
डोनाल्ड ट्रंप ने इस तनाव को लेकर कहा कि वह ईरान के साथ परमाणु विवाद पर वास्तविक अंत चाहते हैं. मीडिया के लोगों ने इस दौरान उनसे कई सवाल किए. जिसका जवाब भी उन्होंने उसी तरह से दिया. पत्रकारों ने जब उनसे पूछा कि वास्तविक अंत का मतलब क्या कहना चाहते हैं तो इसपर उन्होंने जवाब दिया कि युद्धविराम नहीं समापन चाहते हैं.
कई सवालों का दिया जवाब
मीडिया से बात करते हुए डोनाल्ड ट्रंप ने यह हिंट दिया कि मध्य पूर्व में सिचुएशन कंट्रोल के लिए अपने विशेष दूत स्टीवन विटकॉफ या उपराष्ट्रपति जेडी वेंसिटो या फिर अन्य किसी वरिष्ठ अधिकारियों को इस्लामिक गणराज्य बात करने के लिए भेज सकते हैं. हालांकि उन्होंने खुल कर अपनी योजना के बारे मीडिया के सामने नहीं बताया.
साथ ही उन्होंने तेहरान को दोषी ठहराते हुए कहा कि अपनी गलती की वजह से इजरायल के साथ वह समझौता नहीं कर पाएं, जिसकी वजह से आज हमले को नहीं रोका जा सकता है. हालांकि जब अमेरिकी राष्ट्रपति से पूछा गया कि कि क्या वह ईरान के साथ बात करने के लिए तैयार हैं, इस पर उन्होंने जवाब दिया कि मैंने सौदा करने की कोशिश की थी, लेकिन उन्होंने नहीं किया. ट्रंप ने आगे कहा कि अब मुझे नहीं पता, मैं बातचीत के मूड में नहीं हूं.
तनाव कम करना चाहते हैं विश्व नेता
ईरान और इजरायल के बीच धीरे-धीरे तनाव और भी ज्यादा चरम पर पहुंचता जा रहा है. डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया है कि इजरायल अभी अपने हमले की रफ्तार को कम नहीं करने वाला है. आगे उन्होंने यह भी कहा कि हालांकि अभी किसी ने भी हमले की अपनी गति को धीमी नहीं की है. कनाडा में ग्रुप ऑफ सेवन शिखर सम्मेलन में पहुंचे विश्व नेताओं ने दोनों देशों के बीच चल रहे युद्ध पर अपनी राय रखी. अधिकतर देशों ने शांति बनाएं रखने का आह्वान किया. इजरायल ने इस हमले के पीछे की खुद की सुरक्षा का कारण बताया है.