क्रिकेटर मोहम्मद शमी को कोर्ट से बड़ा झटका, पत्नी और बेटी को हर महीने देने होंगे ₹4 लाख

Published on: 01 Jul 2025 | Author: Kuldeep Sharma
हसीन जहां और मोहम्मद शमी के बीच लंबे समय से कानूनी विवाद चल रहा है. साल 2018 में हसीन जहां ने शमी पर घरेलू हिंसा, दहेज उत्पीड़न और मैच फिक्सिंग जैसे गंभीर आरोप लगाए थे. इसके बाद से दोनों के रिश्ते सार्वजनिक रूप से विवाद का विषय बने हुए हैं. इस मामले में अब हाईकोर्ट ने हसीन और उनकी बेटी को आर्थिक सहायता सुनिश्चित करते हुए बड़ा फैसला सुनाया है.
कोलकाता हाईकोर्ट के न्यायमूर्ति अजय कुमार मुखर्जी की बेंच ने 1 जुलाई को आदेश दिया कि मोहम्मद शमी अपनी पत्नी हसीन जहां को ₹1.5 लाख और बेटी को ₹2.5 लाख हर महीने दें. कोर्ट ने कहा कि यह राशि दोनों के लिए आर्थिक स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए "उचित और न्यायसंगत" है. साथ ही यह भी कहा गया कि शमी अगर चाहें तो बेटी की शिक्षा और अन्य जरूरतों के लिए अतिरिक्त राशि दे सकते हैं.
जिला अदालत के आदेश को दी गई थी चुनौती
इससे पहले 2023 में जिला सत्र न्यायालय ने शमी को हसीन जहां को ₹50,000 और बेटी को ₹80,000 मासिक भुगतान का आदेश दिया था. लेकिन हसीन जहां ने इस राशि को अपर्याप्त बताते हुए हाईकोर्ट का रुख किया. उन्होंने याचिका में ₹7 लाख खुद के लिए और ₹3 लाख बेटी के लिए प्रति माह की मांग की थी. हाईकोर्ट ने दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद यह फैसला सुनाया.
2018 से विवादों में है यह रिश्ता
हसीन जहां कभी मॉडल और कोलकाता नाइट राइडर्स की चीयरलीडर रह चुकी हैं. उन्होंने 2014 में मोहम्मद शमी से शादी की और 2015 में बेटी का जन्म हुआ. 2018 में उन्होंने शमी पर घरेलू हिंसा, दहेज मांगने और एक पाकिस्तानी महिला से पैसे लेने के आरोप लगाए थे. उन्होंने यह भी कहा था कि शमी ने घर खर्च देना बंद कर दिया था. इन आरोपों के बाद बीसीसीआई ने मोहम्मद शमी का केंद्रीय अनुबंध रोक दिया था, लेकिन बाद में जांच के बाद उन्हें मैच फिक्सिंग के आरोपों से क्लीन चिट मिल गई थी.