आखिर कैसे छोड़ा जाता है परमाणु बम, भारत-पाकिस्तान में युद्ध की आशंका के बीच उठते सवाल का जवाब जान लीजिए

Published on: 05 May 2025 | Author: Sagar Bhardwaj
परमाणु बम, जिसे विश्व की सबसे विनाशकारी हथियार प्रणाली माना जाता है, विभिन्न तरीकों से तैनात किया जा सकता है, जिसमें मिसाइलें प्रमुख हैं. परमाणु हमले की प्रक्रिया जटिल और अत्यधिक गोपनीय होती है, जो उन्नत तकनीक और रणनीतिक नियोजन पर निर्भर करती है.
परमाणु बम की तैनाती के तरीके
परमाणु बम को कई माध्यमों से लक्ष्य तक पहुंचाया जा सकता है. सबसे आम तरीका बैलिस्टिक मिसाइल है, जिसमें अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइलें (ICBM), मध्यम दूरी की मिसाइलें (IRBM), और छोटी दूरी की मिसाइलें शामिल हैं. ये मिसाइलें परमाणु वॉरहेड को सैकड़ों से हजारों किलोमीटर तक ले जा सकती हैं. इसके अलावा, परमाणु बम को लड़ाकू विमानों, क्रूज मिसाइलों, पनडुब्बियों, या यहां तक कि विशेष उपकरणों के जरिए भी तैनात किया जा सकता है.
परमाणु हमले की प्रक्रिया
परमाणु हमला शुरू करने से पहले कई चरणों से गुजरना पड़ता है. सबसे पहले, सैन्य और राजनीतिक नेतृत्व हमले की मंजूरी देता है. इसके बाद, मिसाइल या अन्य वाहक को लक्ष्य के निर्देशांक दिए जाते हैं. बैलिस्टिक मिसाइल की स्थिति में, इसे लॉन्च करने से पहले प्रोग्राम किया जाता है. मिसाइल अंतरिक्ष में उड़ान भरती है और फिर गुरुत्वाकर्षण के प्रभाव से लक्ष्य की ओर गिरती है. वॉरहेड हवा में या जमीन पर विस्फोट करता है, जिससे भारी विनाश होता है.
परमाणु बम का प्रभाव
परमाणु विस्फोट से तत्काल गर्मी, दबाव तरंगें, और रेडियोधर्मी विकिरण उत्पन्न होता है, जो बड़े क्षेत्र को नष्ट कर देता है. इसके बाद रेडियोधर्मी कण (फॉलआउट) पर्यावरण और मानव स्वास्थ्य को लंबे समय तक प्रभावित करते हैं.
तकनीकी और नैतिक जटिलताएं
परमाणु हमले की प्रक्रिया में अत्यधिक सटीकता और सुरक्षा प्रोटोकॉल की आवश्यकता होती है. गलत निशाना या तकनीकी खराबी भयावह परिणाम दे सकती है. विशेषज्ञों का कहना है, “परमाणु हथियारों का उपयोग अंतिम उपाय होना चाहिए, क्योंकि इसके परिणाम वैश्विक स्तर पर विनाशकारी हो सकते हैं.” परमाणु बम की तैनाती, विशेष रूप से मिसाइलों के माध्यम से, एक जटिल और खतरनाक प्रक्रिया है. विश्व शांति बनाए रखने के लिए परमाणु निरस्त्रीकरण और कूटनीति पर जोर देना आवश्यक है.