'भारत के पास नमो मिसाइल है': पहलगाम हमले को लेकर TDP नेता नारा लोकेश की पाकिस्तान को ललकार

Published on: 02 May 2025 | Author: Sagar Bhardwaj
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया. इस हमले में 28 लोगों की जान चली गई थी. तेलुगु देशम पार्टी (TDP) के नेता नारा लोकेश ने इस हमले के खिलाफ कड़ा रुख अपनाते हुए पाकिस्तान को चेतावनी दी है.
पहलगाम हमले से दुखी हुए पीएम मोदी
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने हाल ही में पीएम नरेंद्र मोदी से मुलाकात की. नायडू ने बताया कि इस मुलाकात में हमेशा शांत रहने वाले पीएम मोदी पहलगाम हमले से बहुत दुखी और भावुक दिखे. मोदी ने इस घटना को "दिल तोड़ने वाला" बताया और कहा कि उनके लिए देश की सुरक्षा और सम्मान हमेशा पहले है. उन्होंने आतंकवाद के खिलाफ सख्त कार्रवाई का भरोसा दिलाया.
नारा लोकेश का कड़ा बयान
तेलुगु देशम पार्टी के महासचिव नारा लोकेश ने एक जनसभा में इस हमले पर गुस्सा जाहिर किया. उन्होंने कहा, "पाकिस्तान के सौ आतंकियों का जवाब है हमारा नमो मिसाइल." यहां 'नमो मिसाइल' का मतलब पीएम नरेंद्र मोदी की मजबूत नेतृत्व शैली और आतंकवाद के खिलाफ उनकी नीतियों से था. लोकेश का यह बयान देश में आतंकवाद के प्रति बढ़ते गुस्से और निर्णायक कार्रवाई की मांग को दर्शाता है.
जनता में आक्रोश
पहलगाम हमले ने पूरे देश में गुस्सा और दुख पैदा किया है. यह हमला विशेष रूप से हिंदू लोगों को निशाना बनाकर किया गया, जिससे लोगों में और अधिक आक्रोश है. नारा लोकेश जैसे नेताओं के बयान जनता की भावनाओं को आवाज दे रहे हैं. लोग चाहते हैं कि आतंकवाद के खिलाफ कड़े कदम उठाए जाएं और दोषियों को सजा मिले.
राष्ट्रीय सुरक्षा पर जोर
पीएम मोदी ने हमेशा राष्ट्रीय सुरक्षा को प्राथमिकता दी है. पहलगाम हमले के बाद उनकी प्रतिक्रिया से साफ है कि वह इस मुद्दे को गंभीरता से ले रहे हैं. सरकार और सुरक्षा एजेंसियां हमले की जांच में जुटी हैं, ताकि इसके पीछे के जिम्मेदार लोगों को पकड़ा जा सके. मोदी का यह रुख देशवासियों को भरोसा देता है कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में कोई कमी नहीं छोड़ी जाएगी.
आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता की जरूरत
पहलगाम हमले ने न केवल भारत की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं, बल्कि देशवासियों को एकजुट होने का संदेश भी दिया है. नारा लोकेश का बयान और पीएम मोदी की प्रतिक्रिया दिखाती है कि सरकार और राजनीतिक दल इस चुनौती का सामना करने के लिए तैयार हैं. जनता से भी अपील की जा रही है कि वे शांति बनाए रखें और जांच एजेंसियों का सहयोग करें.