दुश्मन के दोस्तों से दोस्ती नहीं, भारत-पाकिस्तान तनाव के बीच #BoycottTurkeyAzerbaijan क्यों कर रहा ट्रेंड?

Published on: 09 May 2025 | Author: Shanu Sharma
BoycottTurkeyAzerbaijan: भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध जैसा माहौल बनता जा रहा है. दोनों देशों की लड़ाई में अब दूसरे देशों ने भी एंट्री लेनी शुरू कर दी है. हालांकि इस बार भारतीय नागरिक अपने देश के समर्थन में हर तरीके से डटी हुई है. भारतीय नागरिकों उन सभी देशों और लोगों को पूरी तरह से बायकॉट कर रहे हैं, जो पाकिस्तान के समर्थन में है.
ऑपरेशन सिंदूर के बाद तुर्की और अजरबैजान के पाकिस्तान समर्थक बयानों के कारण भारतीय सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर #BoycottTurkeyAzerbaijan ट्रेंड कर रहा है. 7 मई को भारत ने पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में आतंकी ठिकानों पर ऑपरेशन सिंदूर चलाया था. जिसके बाद इन देशों ने पाकिस्तान का समर्थन किया था.
ट्रैवल कंपनियों ने खत्म की पार्टनरशिप
तुर्की द्वारा पाकिस्तान को किए गए समर्थन के बाद भारतीय ट्रैवल कंपनी गो होमस्टेज़ ने तुर्की एयरलाइंस के साथ अपनी साझेदारी समाप्त करने की घोषणा की. जिसमें पाकिस्तान के साथ एयरलाइन के संबंधों और भारत के प्रति उसके 'विरोधी' रुख को कारण बताया. इसी तरह विला रेंटल कंपनी गोवा विला ने तुर्की नागरिकों को आवास देने से इनकार कर दिया. गो होमस्टेज़ ने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा कि हम तुर्की एयरलाइंस के साथ अपनी साझेदारी समाप्त कर रहे हैं, क्योंकि उनका रुख भारत के प्रति असहयोगी है. जय हिंद.
ऑपरेशन सिंदूर में आतंकवाद को जवाब
भारत-पाकिस्तान तनाव के बीच भारतीय सेना ने 7 मई को तड़के ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया. कर्नल सोफिया कुरैशी, विंग कमांडर व्योमिका सिंह और विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने बताया कि भारत ने आतंकवाद के खिलाफ जवाबी कार्रवाई के तहत पाकिस्तान और पीओके में नौ आतंकी ठिकानों, लॉन्चपैड और शिविरों को निशाना बनाया. उन्होंने भारतीय सेना की इस कार्रवाई को सटीक, जिम्मेदार और आनुपातिक बताया. जिसका उद्देश्य तनाव बढ़ाना नहीं था.
रक्षा मंत्रालय ने 8 मई को बताया कि पाकिस्तान ने 7-8 मई की रात को ड्रोन और मिसाइलों के जरिए अवंतीपुरा, श्रीनगर, जम्मू, पठानकोट, अमृतसर, कपूरथला, जालंधर, लुधियाना, आदमपुर, नल, फलोदी, उत्तरलाई और भुज जैसे क्षेत्रों में सैन्य और नागरिक ठिकानों पर हमले की कोशिश की, जिन्हें भारत ने विफल कर दिया. भारत सरकार की ओर से यह साफ कर दिया गया कि पाकिस्तान को उनके करतूतों का मुंह तोड़ जवाब दिया जाएगा.
भारतीय सेना की सख्त कार्रवाई
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में बैसरन घाटी में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले में 25 भारतीय नागरिक और एक नेपाली पर्यटक मारे गए थे. पाकिस्तान स्थित लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े संगठन द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने इस आतंकी हमले की जिम्मेदारी ली थी. इसके बाद भारत ने सख्त कदम उठाते हुए इंडस वाटर ट्रीटीको निलंबित कर दिया. साथ ही पाकिस्तानी राजनयिकों को निष्कासित कर दिया गया और भारतीय अधिकारियों को इस्लामाबाद से वापस बुला लिया गया. पाकिस्तान के साथ बढ़ते टेंशन की वजह से अटारी सीमा बंद कर दिया गया और पाकिस्तानी उड़ानों और जहाजों पर प्रतिबंध लगा दिए गए. इसके अलावा भारत सरकार ने डिजिटल स्ट्राइक करते हुए उन सभी मीडिया अकाउंट को ब्लॉक कर दिया, जो भारत के खिलाफ बोल रहे थे.