भारत-पाक तनाव के बीच गलती से भी इंटरनेट पर पोस्ट न करें ये चीजें, IT मंत्रालय ने जारी की एडवाइजरी, देखें पूरी लिस्ट

Published on: 09 May 2025 | Author: Garima Singh
cybersecurity precautions: ऑपरेशन सिंदूर के बाद बढ़ते तनाव के बीच, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY) ने देशभर के इंटरनेट यूजर्स के लिए एक साइबर सुरक्षा एडवाइजरी जारी की है. इस एडवाइजरी में जिम्मेदार ऑनलाइन व्यवहार को बढ़ावा देने और गलत सूचना से बचने के लिए 'क्या करें और क्या न करें' की रूपरेखा दी गई है.सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर साझा की गई यह सलाह डिजिटल नागरिकों को सतर्क और सुरक्षित रहने का आह्वान करती है.
MeitY ने एक्स पर पोस्ट करते हुए यूजर्स से साइबर सुरक्षा का पालन करने की अपील की. पोस्ट में लिखा गया, "महत्वपूर्ण ऑनलाइन सुरक्षा चेतावनी: हमेशा साइबर सुरक्षा सावधानियों का पालन करें. ऑनलाइन रहते हुए सतर्क रहें. जाल या गलत सूचना के बहकावे में न आएं.
Critical Online Safety Alert always follow cybersecurity precautions. Stay cautious while online—don’t fall for traps or misinformation. Be patriotic, stay vigilant, stay safe.#Digitalindia #OperationSindoor pic.twitter.com/IIRKGzsh27
— Ministry of Electronics & IT (@GoI_MeitY) May 9, 2025
'क्या करें और क्या न करें'
मंत्रालय ने इंटरनेट उपयोगकर्ताओं के लिए स्पष्ट दिशा-निर्देश जारी किए हैं:
क्या करें:
केवल आधिकारिक सलाह, हेल्पलाइन और सत्यापित अपडेट्स साझा करें.
खबरों को साझा करने से पहले आधिकारिक स्रोतों से तथ्य-जांच करें.
फर्जी खबरों की तुरंत रिपोर्ट करें.
क्या न करें
सैन्य गतिविधियों की जानकारी साझा न करें.
असत्यापित जानकारी को अग्रेषित न करें.
ऐसी पोस्ट्स से बचें जो हिंसा या सांप्रदायिक तनाव को भड़का सकती हों.
MeitY ने गलत सूचना की रिपोर्टिंग के लिए व्हाट्सएप नंबर (8799711259) और ईमेल (socialmedia@pib.gov.in) भी प्रदान किए हैं, ताकि उपयोगकर्ता तुरंत कार्रवाई कर सकें.
ओटीटी प्लेटफॉर्म्स के लिए सख्त निर्देश
सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने 'ऑपरेशन सिंदूर' की पृष्ठभूमि में ओटीटी प्लेटफॉर्म्स, मीडिया स्ट्रीमिंग सेवाओं और बिचौलियों के लिए एक विशेष सलाह जारी की है. परामर्श में कहा गया, 'राष्ट्रीय सुरक्षा के हित में, भारत में संचालित सभी ओटीटी प्लेटफार्मों, मीडिया स्ट्रीमिंग प्लेटफार्मों और बिचौलियों को सलाह दी जाती है कि वे वेब-सीरीज, फिल्म, गाने, पॉडकास्ट और अन्य स्ट्रीमिंग मीडिया सामग्री को तुरंत प्रभाव से बंद कर दें, चाहे वे सदस्यता आधारित मॉडल पर उपलब्ध हों या अन्यथा, जिनकी उत्पत्ति पाकिस्तान में हुई हैं.'