बड़ा खुलासा! ज्योति मल्होत्रा को पता था कि उसके पाकिस्तानी दोस्त....; लैपटॉप और फोन से मिले अहम सबूत

Published on: 28 May 2025 | Author: Sagar Bhardwaj
हरियाणा की यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा को पूरी तरह पता था कि उनके संपर्क में रहे पाकिस्तानी अधिकारी इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (ISI) से जुड़े थे, फिर भी उन्होंने बिना किसी हिचकिचाहट के संबंध बनाए रखे. हरियाणा पुलिस की फोरेंसिक जांच में उनके डिजिटल उपकरणों से यह खुलासा हुआ, जब उन्हें पाकिस्तान के लिए जासूसी के आरोप में गिरफ्तार किया गया.
ISI एजेंट्स के साथ सीधा संपर्क
जांच में पता चला कि 33 वर्षीय मल्होत्रा का चार पाकिस्तानी खुफिया एजेंट्स—दानिश, अहसन, शाहिद और एक अन्य व्यक्ति—के साथ सीधा संपर्क था. दानिश से उनकी मुलाकात दिल्ली में पाकिस्तान हाई कमीशन के दौरे के दौरान हुई थी. जांचकर्ता इन व्यक्तियों की पाकिस्तानी सुरक्षा तंत्र में भूमिका की पुष्टि करने में जुटे हैं.
डिजिटल सबूतों का खुलासा
पुलिस ने मल्होत्रा का फोन और लैपटॉप जब्त किया था, जिसमें से कई फाइलें और मैसेज डिलीट किए गए थे. हालांकि, फोरेंसिक विशेषज्ञों ने 12 टेराबाइट डेटा रिकवर किया. प्रारंभिक विश्लेषण से पता चला कि मल्होत्रा को ISI एजेंट्स के साथ बातचीत की पूरी जानकारी थी. “वह जानती थीं कि वह ISI एजेंट्स से बात कर रही हैं, फिर भी उन्होंने संबंध बनाए रखा,” जांच अधिकारियों ने बताया.
लग्जरी लाइफ पर उठते सवाल
मल्होत्रा, जिनके ट्रैवल व्लॉगिंग चैनल पर चार लाख से अधिक सब्सक्राइबर हैं, पर ऑफिशियल सीक्रेट्स एक्ट और भारतीय न्याय संहिता की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है. उनकी भव्य जीवनशैली और आय से अधिक खर्च ने संदेह पैदा किया. पुलिस को विदेशी फंडिंग की आशंका है और केंद्रीय एजेंसियों की मदद से धन के स्रोत की जांच की जा रही है.
गिरफ्तारी और विवाद
15 मई को मल्होत्रा की गिरफ्तारी 22 अप्रैल को पाहलगाम आतंकी हमले (26 मौतें) के जवाब में भारत के पाकिस्तान और PoK में हवाई हमलों के बाद हुई. उनकी पाकिस्तान और चीन की यात्राएं और हाई-प्रोफाइल इवेंट्स में उपस्थिति ने उन्हें संदेह के घेरे में लाया. स्कॉटिश यूट्यूबर कैलम मिल के वीडियो में मल्होत्रा को लाहौर के अनारकली बाजार में छह AK-47 से लैस गार्ड्स के साथ देखा गया. कैलम ने आश्चर्य के साथ कहा, “वह छह सशस्त्र गार्ड्स के साथ थीं.”