NIA ने खालिस्तानी आतंकी कश्मीर सिंह गलवड्डी को किया गिरफ्तार, जेल से हुआ था फरार

Published on: 11 May 2025 | Author: Gyanendra Tiwari
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए खालिस्तानी आतंकी कश्मीर सिंह गलवड्डी को गिरफ्तार कर लिया है. यह आतंकी 2016 में पंजाब के नाभा जेल ब्रेक के दौरान फरार हो गया था. गलवाड्डी बब्बर खालसा इंटरनेशनल (बीकेआई) का प्रमुख सदस्य है और विदेश में बैठे आतंकी हरविंदर सिंह संधू उर्फ रिंडा के साथ मिलकर आतंकी गतिविधियों को अंजाम दे रहा था.
एनआईए ने बिहार के मोतिहारी में स्थानीय पुलिस के साथ मिलकर एक संयुक्त अभियान चलाया, जिसमें पंजाब के लुधियाना निवासी कश्मीर सिंह गलवड्डी को पकड़ा गया. यह गिरफ्तारी 2022 में दर्ज एक खालिस्तानी आतंकी साजिश के मामले में हुई. जांच एजेंसी के अनुसार, गलवड्डी ने जेल से भागने के बाद आतंकी गतिविधियों को बढ़ावा दिया और रिंडा जैसे खालिस्तानी आतंकियों के साथ सक्रिय रूप से काम किया.
नेपाल में आतंकी नेटवर्क को दे रहा था समर्थन
कश्मीर सिंह गलवड्डी नेपाल में बीकेआई और रिंडा के आतंकी नेटवर्क का एक महत्वपूर्ण हिस्सा था. उसने भारत में आतंकी हमले करने वाले कई आतंकियों को शरण, हथियार, लॉजिस्टिक सहायता और धन उपलब्ध कराया. एनआईए के अनुसार, मई 2022 में पंजाब पुलिस खुफिया मुख्यालय पर रॉकेट प्रोपेल्ड ग्रेनेड (आरपीजी) हमले जैसे मामलों में शामिल आतंकियों को गलवाड्डी ने नेपाल में मदद प्रदान की थी.
2022 में दर्ज हुआ था आतंकी साजिश का मामला
एनआईए ने अगस्त 2022 में स्वतः संज्ञान लेते हुए बीकेआई, खालिस्तान लिबरेशन फोर्स (केएलएफ) और इंटरनेशनल सिख यूथ फेडरेशन (आईएसवाईएफ) जैसे प्रतिबंधित आतंकी संगठनों की गतिविधियों की जांच शुरू की थी. जांच में एक आतंकी-अपराधी गठजोड़ का खुलासा हुआ, जिसमें ये संगठन सीमा पार से हथियार, गोला-बारूद, विस्फोटक और आईईडी जैसी सामग्री की तस्करी कर भारत में आतंकी वारदातों को अंजाम दे रहे थे.
गलवाड्डी पर था 10 लाख का इनाम
कश्मीर सिंह गलवड्डी को 2022 के आतंकी साजिश मामले में दिल्ली की एनआईए विशेष अदालत ने भगोड़ा घोषित किया था. उसके खिलाफ कई गैर-जमानती गिरफ्तारी वारंट भी जारी किए गए थे. एनआईए ने उसकी गिरफ्तारी के लिए सूचना देने वाले को 10 लाख रुपये के नकद इनाम की घोषणा की थी. यह इनाम मई 2023 में घोषित किया गया था, और अब उसकी गिरफ्तारी से जांच में नई प्रगति की उम्मीद है.
आतंकी नेटवर्क पर एनआईए की कड़ी कार्रवाई
एनआईए ने इस मामले में पहले भी कई कदम उठाए हैं. जुलाई 2023 में रिंडा और एक अन्य खालिस्तानी आतंकी लखबीर सिंह उर्फ लांडा सहित नौ आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की गई थी. इसके बाद छह अन्य लोगों के खिलाफ दो पूरक चार्जशीट दाखिल की गईं. अगस्त 2024 में लांडा के भाई तरसेम सिंह को यूएई से प्रत्यर्पित किया गया और दिसंबर में उसके खिलाफ तीसरी पूरक चार्जशीट दाखिल की गई.