बिहार में SIR की वजह से करीब आया INDIA गठबंधन, 2024 के बाद पहली बार हुई फिजीकल मीटिंग में लिया ये बड़ा फैसला

Published on: 03 Aug 2025 | Author: Kuldeep Sharma
लोकतंत्र की गिरती मान्यताओं के बीच विशेष तीव्र मतदाता सूची सुधार (SIR) ने विपक्षी पार्टियों को फिर से एक साथ ला दिया है. पिछले 14 महीनों से अलगाव के दौर में रही INDIA ब्लॉक की पार्टियाँ अब 7 अगस्त को राहुल गांधी के दिल्ली आवास पर डिनर मीटिंग करेंगी और अगले दिन संघटित विरोध मार्च Election Commission कार्यालय तक पहुंचाएंगी.
INDIA ब्लॉक की पार्टियाँ, जो पिछले वर्ष विभिन्न मुद्दों पर अलग-अलग सुरों में बोल रही थीं, SIR के मुद्दे पर फिर एक साथ आई हैं. यह ब्लॉक संसद के बाहर बैठक कर रहा है, जो जून 2024 के बाद से पहली बार हो रहा है जब सभी नेता एक ही मंच पर सामने आए. विपक्ष मानता है कि यह सुधार प्रक्रिया लोकतंत्र की मूल भावना को कमजोर कर रही है.
नेताओं की प्रतिक्रियाएँ और विरोध का स्वरूप
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि SIR का विरोध क्योंकि यह हर नागरिक को प्रभावित करता है. उन्होंने इसे लोकतंत्र के मंदिर (संसद) की रक्षा करने का जरिया बताया. वहीं, RJD के वरिष्ठ नेता मनोज कुमार झा ने इस प्रक्रिया को ‘विशेष तीव्र विलोपन’ कहा और बताया कि इसे आपत्तिजनक बताते हुए INDIA ब्लॉक को देश की तरफ खड़ा रहना चाहिए. दोनों नेताओं ने कहा है कि विपक्ष लगातार संसद में इस मुद्दे पर बहस की माँग करेगा.
भविष्य की रणनीति और विरोध प्रदर्शन
मुख्य विपक्षी दलों की अगुवाई वाले नेताओं की मौजूदगी के साथ 7 अगस्त को डिनर और 8 अगस्त को मार्च की योजना है. आम आदमी पार्टी ने ब्लॉक से दूरी बना रखी है, लेकिन अन्दर संसद में SIR के विरोध को समर्थन देगी. विपक्ष फिर से व्यवसायिक सलाहकार समितियों में इस मुद्दे पर बहस कराने का दबाव बनाएगा. TMC के शास्त्रीय विचारक Derek O’Brien ने कहा कि BJP इस विषय पर डरती है और संसद में विपक्ष उसे ट्यूटोरियल देने वाला है.