पहलगाम हमले के आतंकियों की तलाश जारी, NIA ने 150 लोगों को हिरासत में लिया, अब तक 2800 लोगों से हुई पूछताछ
Published on: 02 May 2025 | Author: Sagar Bhardwaj
22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर दिया. इस हमले में 28 लोगों की जान गई, जिसमें ज्यादातर पर्यटक थे. राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) की शुरुआती जांच में इस हमले में पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI और आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा (LeT) की भूमिका सामने आई है.
लश्कर-ए-तैयबा के मुख्यालय में बनाई गई हमले की पूरी योजना
NIA के सूत्रों के अनुसार, इस हमले की योजना लश्कर-ए-तैयबा ने बनाई थी, जिसमें पाकिस्तान की ISI के वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश शामिल थे. हमले की पूरी योजना पाकिस्तान में स्थित लश्कर के मुख्यालय में बनाई गई. हमले के दो मुख्य आतंकी, हाशमी मूसा (उर्फ सुलेमान) और अली भाई (उर्फ तल्हा भाई), पाकिस्तानी नागरिक हैं. जांच में पता चला कि ये आतंकी पाकिस्तान में मौजूद अपने हैंडलर्स से लगातार संपर्क में थे और उन्हें हमले के समय, रसद और तरीके के बारे में निर्देश मिल रहे थे.
आतंकियों ने ली थी स्थानीय लोगों की मदद
आतंकियों ने हमले से कई हफ्ते पहले भारत में प्रवेश किया था. उन्हें स्थानीय ओवर ग्राउंड वर्कर्स (OGWs) का सहयोग मिला, जिन्होंने रहने की जगह, मार्गदर्शन और क्षेत्र की जानकारी दी. NIA ने हमले की जगह से 40 से ज्यादा कारतूस बरामद किए हैं, जिन्हें बैलिस्टिक और रासायनिक जांच के लिए भेजा गया है. इसके अलावा, जांचकर्ताओं ने हमले की जगह का 3D मैपिंग किया और घाटी में मोबाइल टावरों से डेटा एकत्र किया.
सैटेलाइट फोन का किया गया इस्तेमाल
हमले से पहले के दिनों में बैसारन और आसपास के इलाकों में सैटेलाइट फोन की गतिविधियों में तेजी देखी गई. कम से कम तीन सैटेलाइट फोन सक्रिय थे, जिनमें से दो के सिग्नल का विश्लेषण किया गया है. यह जानकारी हमलावरों की योजना और उनके संचार के तरीके को समझने में मदद कर रही है.
NIA ने 150 से अधिक संदिग्धों को हिरासत में लिया
NIA और अन्य सुरक्षा एजेंसियों ने अब तक 2800 से ज्यादा लोगों से पूछताछ की है. 2 मई 2025 तक 150 से अधिक संदिग्ध हिरासत में हैं, जिनमें ओवर ग्राउंड वर्कर्स और जमात-ए-इस्लामी व हुर्रियत कॉन्फ्रेंस जैसे प्रतिबंधित संगठनों से जुड़े लोग शामिल हैं. कुपवाड़ा, पुलवामा, सोपोर, अनंतनाग और बारामूला जैसे जिलों में बड़े पैमाने पर छापेमारी की गई है. संदिग्धों के घरों की तलाशी में सीमा पार आतंकी नेटवर्क से जुड़े सबूत मिले हैं.
प्रमुख संदिग्धों पर कार्रवाई
NIA ने 1999 के IC-814 हाईजैक मामले के प्रमुख आरोपी मुश्ताक अहमद ज़रगर, उर्फ लत्रम के श्रीनगर स्थित घर की तलाशी ली. ज़रगर वर्तमान में पाकिस्तान से संचालित होने की आशंका है. उसका घर पहले ही 2023 में गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (UAPA) के तहत जब्त किया जा चुका है. इस तरह की कार्रवाइयां आतंकी नेटवर्क को कमजोर करने का हिस्सा हैं.