'संघर्ष के दौरान सच्चे नेतृत्व की होती है परीक्षा...,' IMA कैडेट्स पासिंग आउट परेड में बोले श्रीलंकाई सेना प्रमुख

Published on: 14 Jun 2025 | Author: Mayank Tiwari
उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में शनिवार (14 जून) को भारतीय सैन्य अकादमी (IMA) के वसंत सत्र की पासिंग आउट परेड आयोजित हुई, जिसमें श्रीलंका सेना के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल बीकेजीएम लसantha रोड्रिगो ने 451 जेंटलमेन कैडेट्स को संबोधित किया.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, इस अवसर पर उन्होंने कहा, "सच्चा नेतृत्व शांति में नहीं, बल्कि संघर्ष के अराजकता में परखा जाता है." 1990 में IMA से पास आउट होने वाले रोड्रिगो ने अपने अनुभव साझा करते हुए कैडेट्स को सैन्य नेतृत्व के मूल्यों से अवगत कराया.
सैन्य अधिकारी बनना केवल शुरुआत
451 कैडेट्स, जिनमें 32 मित्र देशों के कैडेट्स शामिल थे, को अपने-अपने देशों की सेनाओं में कमीशन प्राप्त हुआ. रोड्रिगो ने कहा, "कमीशन प्राप्त करना केवल शुरुआत है. असली चुनौती तब शुरू होती है जब आप इस संस्थान को छोड़ते हैं. अधिकारी बनना आसान है, लेकिन अधिकारी बने रहना कठिन है, क्योंकि सैन्य नेतृत्व आदेश चिल्लाने में नहीं, बल्कि अपने सैनिकों का चुपके से सम्मान अर्जित करने में है." उन्होंने श्रीलंका के आंतरिक संघर्ष के दौरान अपने अनुभवों का जिक्र करते हुए कहा, "सच्चा नेतृत्व शांति में नहीं, बल्कि संघर्ष के अराजकता में परखा जाता है."
सैनिकों का नेतृत्व करें, आगे रहकर
रोड्रिगो ने कैडेट्स को सलाह दी कि वे अपने सैनिकों का नेतृत्व हमेशा आगे रहकर करें और उनकी सुरक्षा को अपनी सुरक्षा से ऊपर रखें. उन्होंने कहा, "अपने सैनिकों को कभी न भूलें. वे आपके लिए आग में कूद जाएंगे, लेकिन तभी जब उन्हें पता होगा कि आप सबसे आगे हैं." उन्होंने जोर दिया कि एक सैनिक के लिए देश की सुरक्षा, कल्याण और सम्मान सर्वोपरि है, फिर उसके सैनिकों का और अंत में स्वयं का.
IMA की विरासत को आगे बढ़ाएं
IMA से प्राप्त मूल्यों ने रोड्रिगो को एक सैनिक और नेता के रूप में आकार दिया. उन्होंने कहा, "वर्दी एक राष्ट्र के भरोसे का प्रतीक है. यह सैनिक को याद दिलाती है कि वह स्वयं से बड़े किसी चीज का प्रतिनिधित्व करता है." मित्र देशों के कैडेट्स को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, "आप अपने देशों में न केवल अधिकारी के रूप में लौटें, बल्कि IMA की विरासत के दूत बनें. IMA के गौरवशाली इतिहास में अपना अध्याय लिखें."
निरंतर सीखें और विकसित हों
रोड्रिगो ने कैडेट्स को निरंतर सीखने, प्रशिक्षण और विकसित होने की सलाह दी. उन्होंने अपने संबोधन को फील्ड मार्शल सैम मानेकशॉ के उद्धरण के साथ समाप्त किया, "सच्चे रहें, ईमानदार रहें, निडर रहें, और बाकी सब अपने आप हो जाएगा."
सम्मान और पुरस्कार
इस परेड में अकादमी कैडेट एडजुटेंट अन्नी नेहरा ने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए स्वर्ण पदक के साथ प्रतिष्ठित 'स्वॉर्ड ऑफ ऑनर' जीता. अकादमी अंडर ऑफिसर रोहित रंजन को स्वर्ण, जबकि बटालियन अंडर ऑफिसर अनुराग वर्मा को कांस्य पदक से सम्मानित किया गया.