अजमल कसाब की तरह तहव्वुर राणा को ढोने का इरादा नहीं, फांसी के फंदे तक पहुंचाने के लिए सरकार ने उठाया ये बड़ा कदम

Published on: 15 May 2025 | Author: Sagar Bhardwaj
केंद्र सरकार ने 26/11 मुंबई आतंकी हमले के मामले में पाकिस्तानी-कनाडाई आतंकवादी तहव्वुर हुसैन राणा के खिलाफ मुकदमे के लिए सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता की अगुवाई में एक विशेष वकीलों की टीम नियुक्त की है. गृह मंत्रालय ने एक अधिसूचना में बताया कि यह नियुक्ति राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) अधिनियम, 2008 और भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (बीएनएसएस), 2023 के तहत की गई है.
वकीलों की टीम और उनकी भूमिका
अधिसूचना के अनुसार, “केंद्र सरकार ने तुषार मेहता, सॉलिसिटर जनरल ऑफ इंडिया की अगुवाई में विशेष लोक अभियोजकों की एक टीम नियुक्त की है, जिसमें अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल एस. वी. राजू, वरिष्ठ अधिवक्ता दयान कृष्णन और अधिवक्ता नरेंद्र मान शामिल हैं. यह टीम दिल्ली में एनआईए विशेष अदालतों, दिल्ली उच्च न्यायालय और भारत के सर्वोच्च न्यायालय में मामले RC-04/2009/NIA/DLI से संबंधित मुकदमे और अन्य कार्यवाहियों का संचालन करेगी.” यह नियुक्ति तीन वर्षों के लिए या मामले के मुकदमे की समाप्ति तक, जो भी पहले हो, प्रभावी रहेगी.
Govt appoints team of lawyers led by Tushar Mehta for trial in 26/11 terror case where Tahawwur Hussain Rana is an accused. pic.twitter.com/7cfFbPsGZM
— Press Trust of India (@PTI_News) May 15, 2025
तहव्वुर राणा और मुंबई हमला
मामला RC-04/2009/NIA/DLI तहव्वुर हुसैन राणा और डेविड कोलमैन हेडली से जुड़ा है, जो 26/11 मुंबई आतंकी हमलों से संबंधित है. एनआईए ने वर्षों की लगातार कोशिशों के बाद राणा को अमेरिका से प्रत्यर्पित करवाया और 10 अप्रैल को उनकी गिरफ्तारी की. राणा पर पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा द्वारा 2008 में किए गए इस भीषण हमले की साजिश में शामिल होने का आरोप है, जिसमें 166 लोग मारे गए और 238 से अधिक घायल हुए.
न्याय की दिशा में कदम
इस नियुक्ति से सरकार ने आतंकवाद के खिलाफ अपनी कठोर नीति को दोहराया है. यह कदम मुंबई हमले के पीड़ितों को न्याय दिलाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है.