'छोटी घटना पर ऐसे रोते हैं जैसे प्रलय आ गई', कोलकाता गैंगरेप केस पर ममता के मंत्री के बयान पर हुआ बवाल

Published on: 01 Jul 2025 | Author: Kuldeep Sharma
पश्चिम बंगाल में एक छात्रा के साथ कॉलेज परिसर में कथित गैंगरेप की घटना के बाद सियासी घमासान तेज हो गया है. इस बीच सिंचाई मंत्री मानस भुइयां के एक बयान ने आग में घी डालने का काम किया. उन्होंने अपने भाषण में ‘छोटी-छोटी घटनाओं’ की बात कही, जिसे विपक्ष ने गैंगरेप मामले से जोड़कर कड़ी आलोचना की है. हालांकि, मंत्री ने बाद में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर स्पष्ट किया कि उनके बयान को गलत तरीके से प्रस्तुत किया गया है.
मंत्री मानस भुइयां ने हाल ही में कोलकाता में एक डॉक्टर सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा था, “कोई भी छोटी-मोटी घटना होती है तो कुछ लोग ऐसे रोने लगते हैं जैसे प्रलय आ गई हो. हर बात पर बंगाल को बदनाम किया जाता है” उन्होंने पहलगाम हमले का उदाहरण देते हुए कहा कि असली मुद्दों पर चुप्पी है, पर बंगाल पर राजनीतिक हमला किया जाता है. इस बयान का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया और बीजेपी ने इसे कोलकाता गैंगरेप केस से जोड़ते हुए तृणमूल कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा. बीजेपी ने आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ पार्टी अपराध को हल्के में ले रही है और महिलाओं की सुरक्षा के मुद्दे पर असंवेदनशील है.
मंत्री ने बयान को लेकर दी सफाई
विवाद बढ़ने के बाद मंत्री भुइयां ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की और कहा, "मेरे बयान का गलत मतलब निकाला गया है. मैंने कभी भी कसबा की घटना का जिक्र नहीं किया. मेरा भाषण केवल स्वास्थ्य क्षेत्र की समस्याओं पर था. जो लोग मेरे बयान को गैंगरेप से जोड़ रहे हैं, वे दुर्भावना से ऐसा कर रहे हैं." उन्होंने यह भी कहा कि अगर इस तरह की गलत व्याख्या होती रही, तो वे कानूनी कार्रवाई करेंगे.
गैंगरेप केस में चार आरोपी गिरफ्तार
गौरतलब है कि 25 जून को साउथ कलकत्ता लॉ कॉलेज में एक 24 वर्षीय लॉ छात्रा के साथ गैंगरेप का मामला सामने आया था. मामले का मुख्य आरोपी 31 वर्षीय मनोजित मिश्रा है, जो कॉलेज का पूर्व छात्र है और टीएमसी छात्र इकाई से जुड़ा बताया जा रहा है. इसके अलावा दो वर्तमान छात्र ज़ैब अहमद (19) और प्रमित मुखोपाध्याय (20), तथा एक सुरक्षा गार्ड को भी आरोपी बनाया गया है. पुलिस ने चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और मामले की जांच जारी है.