क्या जी-7 के मंच पर एक-दूसरे से मुलाकात करेंगे PM मोदी और ट्रंप? सीजफायर विवाद के बाद दोनों नेताओं पर टिकी दुनिया की नजर

Published on: 16 Jun 2025 | Author: Sagar Bhardwaj
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को साइप्रस से कनाडा के लिए रवाना हुए, जहां वे कनानास्किस में आयोजित G7 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे. ऑपरेशन सिंदूर के बाद यह पीएम मोदी का पहला विदेशी दौरा है. इस सम्मेलन में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, इटली की पीएम जॉर्जिया मेलोनी और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों पहले ही पहुंच चुके हैं.
G7 मंच पर मोदी-ट्रंप मुलाकात
कनाडाई पीएम मार्क कार्नी के निमंत्रण पर पीएम मोदी 16-17 जून को G7 शिखर सम्मेलन में शामिल होंगे. इस दौरान द्विपक्षीय बैठकें भी होंगी, जिसमें ट्रंप से मुलाकात की संभावना है. विदेश मंत्रालय ने अभी इसकी पुष्टि नहीं की है, लेकिन ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत-अमेरिका संबंधों में बदलाव के बीच यह मुलाकात अहम हो सकती है. ट्रंप ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत-पाकिस्तान सीजफायर में मध्यस्थता का दावा किया था. उन्होंने कहा, "जिस तरह भारत-पाक के बीच सीजफायर कराया, उसी तरह इजरायल-ईरान के बीच भी सीजफायर कराऊंगा." भारत ने तीसरे पक्ष की मध्यस्थता को खारिज करते हुए कहा कि सीजफायर पाकिस्तान की गुहार पर हुआ.
भारत का स्पष्ट रुख
G7 मंच पर पीएम मोदी सीजफायर को लेकर भारत का पक्ष रख सकते हैं. वे आतंकवाद के खिलाफ भारत की जीरो टॉलरेंस नीति और पाकिस्तान के प्रॉक्सी युद्ध का जिक्र कर सकते हैं. भारत ने साफ किया है कि भविष्य में आतंकी हमले की स्थिति में पाकिस्तानी सेना को जिम्मेदार ठहराया जाएगा. पीएम मोदी ट्रंप के सामने कश्मीर पर भारत का रुख दोहरा सकते हैं कि यह द्विपक्षीय मुद्दा नहीं है और अब केवल पीओके वापसी पर बात होगी.
हथियार और टैरिफ पर चर्चा
G7 शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत की सैन्य क्षमता को रेखांकित करेंगे. हथियारों और तकनीकी हस्तांतरण पर वैश्विक नेताओं से बातचीत संभव है. ट्रंप की रेसिप्रोकल टैरिफ नीति के बाद भारत ने कुछ अमेरिकी उत्पादों पर टैरिफ घटाया, लेकिन इस मुद्दे पर सहमति बाकी है.