भारत के हमले से खौफ में पाकिस्तान, सभी आतंकियों और उनके परिवारों को छुपने के लिए अज्ञात स्थान पर भेजा! सामने आया वीडियो

Published on: 13 May 2025 | Author: Sagar Bhardwaj
सूत्रों के अनुसार, पाकिस्तान की सुरक्षा एजेंसियों ने लश्कर-ए-तैयबा के सभी आतंकियों और उनके परिवारों को देश के विभिन्न अज्ञात स्थानों पर स्थानांतरित कर दिया है. यह कदम हाल के घटनाक्रमों के बाद उठाया गया है, जिसने क्षेत्र में सुरक्षा स्थिति को और जटिल बना दिया है. इस कार्रवाई ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय का ध्यान आकर्षित किया है, क्योंकि लश्कर-ए-तैयबा को कई बड़े आतंकी हमलों का जिम्मेदार माना जाता है. पाकिस्तान के मुरीदके से एक वीडियो सामने आया है जिसमें आतंकियों को गाड़ियों में भरकर सुरक्षित स्थान पर भेजा जा रहा है.
आतंकी शिविरों में भी हलचल
सूत्रों ने बताया कि न केवल लश्कर-ए-तैयबा, बल्कि पाकिस्तान के अन्य आतंकी शिविरों में भी इसी तरह की स्थिति देखी जा रही है. सभी आतंकी संगठनों के सदस्यों और उनके परिवारों को गुप्त स्थानों पर ले जाया गया है. “पाकिस्तानी सुरक्षा एजेंसियों ने लश्कर-ए-तैयबा के सभी आतंकियों और उनके परिवारों को अलग-अलग अज्ञात जगहों पर भेज दिया है,” सूत्रों ने कहा. यह कदम संभावित जवाबी कार्रवाइयों के डर से उठाया गया माना जा रहा है.
📍🇵🇰 Muridke - Pakistan
— OsintTV 📺 (@OsintTV) May 13, 2025
Reportedly Pak security agencies relocated all the Lashkar-E-Tayyaba operatives and their families to different unknown locations in Pakistan : Sources
Similar situation reported from all the terrorists camps in Pakistan pic.twitter.com/YA7uUDuzSa
क्षेत्रीय सुरक्षा पर प्रभाव
इस स्थानांतरण ने क्षेत्रीय सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं. विशेषज्ञों का मानना है कि यह कदम पाकिस्तान की आंतरिक और बाहरी नीतियों में बदलाव का संकेत हो सकता है. लश्कर-ए-तैयबा का मुख्यालय मुरिदके में माना जाता है, और इसके कई प्रशिक्षण शिविर पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) और खैबर पख्तूनख्वा में सक्रिय हैं. इन शिविरों की गतिविधियों पर नजर रखना अब और चुनौतीपूर्ण हो सकता है.
आगे की राह
यह घटनाक्रम वैश्विक आतंकवाद विरोधी प्रयासों के लिए नई चुनौतियां पेश करता है. अंतरराष्ट्रीय समुदाय और पड़ोसी देश इस स्थिति पर करीब से नजर रख रहे हैं. पाकिस्तान सरकार की ओर से इस संबंध में कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, जिससे अनिश्चितता और बढ़ गई है.