अमेरिका नहीं जा सकेंगे इन 12 देशों के लोग, भारत का यह करीबी देश भी है शामिल, देखें पूरी लिस्ट

Published on: 05 Jun 2025 | Author: Garima Singh
Donald Trump: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के हालिया कार्यकारी आदेश ने 12 देशों पर पूर्ण यात्रा प्रतिबंध और चार अन्य अफ्रीकी देशों पर आंशिक प्रतिबंध लगाकर वैश्विक चर्चा को जन्म दिया है. इस फैसले ने विशेष रूप से अफ्रीकी महाद्वीप के देशों को प्रभावित किया है.
जिसके बाद अफ्रीकी संघ (एयू) ने इस कदम के दीर्घकालिक परिणामों पर अपनी गहरी चिंता जताई है. अफ्रीकी संघ आयोग ने अपने आधिकारिक बयान में इस यात्रा प्रतिबंध को अमेरिका और अफ्रीका के बीच दशकों से निर्मित आपसी संबंधों के लिए हानिकारक बताया है.
अफ्रीकी संघ आयोग ने क्या कहा?
अफ्रीकी संघ आयोग ने कहा, “आयोग लोगों के बीच आपसी संबंधों, शैक्षिक आदान-प्रदान, वाणिज्यिक जुड़ाव और व्यापक राजनयिक संबंधों पर ऐसे उपायों के संभावित नकारात्मक प्रभाव के बारे में चिंतित है, जिन्हें दशकों से सावधानीपूर्वक पोषित किया गया है. अफ्रीका और संयुक्त राज्य अमेरिका शांति, समृद्धि और वैश्विक सहयोग को बढ़ावा देने में आपसी हितों को साझा करते हैं.'' एयू ने अमेरिकी प्रशासन से इस नीति पर पुनर्विचार करने और अधिक परामर्शात्मक दृष्टिकोण अपनाने की अपील की है. संगठन ने रचनात्मक संवाद के माध्यम से इस मुद्दे को हल करने की आवश्यकता पर बल दिया, ताकि दोनों पक्षों के बीच सहयोग और विश्वास बरकरार रहे.
किन देशों पर लागू हुआ प्रतिबंध?
ट्रम्प के नए कार्यकारी आदेश के तहत, सात अफ्रीकी देशों—चाड, कांगो, इक्वेटोरियल गिनी, इरिट्रिया, लीबिया, सोमालिया और सूडान के नागरिकों पर अमेरिका में प्रवेश पर पूर्ण प्रतिबंध लागू किया गया है. व्हाइट हाउस के मुताबिक, चाड, कांगो और इक्वेटोरियल गिनी जैसे देशों में वीजा अवधि से अधिक समय तक रुकने की दर असामान्य रूप से अधिक है. वहीं, इरिट्रिया, लीबिया, सोमालिया और सूडान में पासपोर्ट और नागरिक दस्तावेज जारी करने वाली विश्वसनीय केंद्रीय प्रणाली की कमी को इस प्रतिबंध का कारण बताया गया है. इसके अलावा, बुरुंडी, सिएरा लियोन और टोगो जैसे देशों पर आंशिक प्रतिबंध लगाए गए हैं, जिसके तहत इन देशों के नागरिकों के लिए वीजा आवेदन प्रक्रिया को निलंबित कर दिया गया है. व्हाइट हाउस ने इन देशों में भी वीजा अवधि से अधिक समय तक रुकने की उच्च दर को इसका आधार बनाया है.