तुर्की में रूस-यूक्रेन के बीच होनी वाली शांति वार्ता से पुतिन ने किया किनारा, जानें मॉस्को किसे भेज रहा है?

Published on: 15 May 2025 | Author: Mayank Tiwari
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन यूक्रेन के साथ शांति वार्ता के लिए किसे भेज रहे हैं, जिसका प्रस्ताव स्वयं क्रेमलिन प्रमुख ने रखा था? दरअसल, 14 मई को मास्को में मध्य रात्रि से ठीक एक घंटे पहले क्रेमलिन ने प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों के नामों की घोषणा की है, जो इसमें भाग लेंगे. आइए, जानते हैं कि इस प्रतिनिधिमंडल में कौन-कौन शामिल हैं और उनकी भूमिका क्या होगी?
प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व: व्लादिमीर मेदिंस्की
व्लादिमीर मेदिंस्की, क्रेमलिन के सहायक हैं, इस प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करेंगे. सोवियत यूक्रेन में जन्मे मेदिंस्की ने 2022 की शांति वार्ता में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी, जो अंततः असफल रही थी. मॉस्को स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ इंटरनेशनल रिलेशंस (MGIMO) से शिक्षित मेदिंस्की ने स्कूलों के लिए एक नया इतिहास पाठ्यपुस्तक तैयार करने में योगदान दिया,
जो पुतिन के ऐतिहासिक नजरिए को दर्शाता है. इस दृष्टिकोण में सोवियत संघ की उपलब्धियों पर गर्व, इसके पतन पर आक्रोश और 1999 से पुतिन के नेतृत्व में रूस के "पुनर्जनन" की प्रशंसा शामिल है. वे अति-देशभक्त रूसी सैन्य ऐतिहासिक सोसाइटी के अध्यक्ष भी हैं.
विदेश नीति के एक्सपर्ट: मिखाइल गालुजिन
उप विदेश मंत्री मिखाइल गालुजिन को प्रतिनिधिमंडल में शामिल किया गया है. वे स्वतंत्र राज्यों के राष्ट्रकुल (CIS) के साथ संबंधों की देखरेख करते हैं, जिसमें पूर्व सोवियत गणराज्य शामिल हैं. मॉस्को स्टेट यूनिवर्सिटी के इंस्टीट्यूट ऑफ एशियन एंड अफ्रीकन स्टडीज से शिक्षित गालुजिन जापानी और अंग्रेजी में धाराप्रवाह हैं. उनकी विशेषज्ञता वार्ता में रूस की कूटनीतिक रणनीति को मजबूती प्रदान करेगी.
खुफिया और रक्षा विशेषज्ञ होंगे शामिल
रूसी सैन्य खुफिया एजेंसी GRU (वर्तमान में GU) के निदेशक इगोर कोस्त्युकोव भी इस दल का हिस्सा हैं. कोस्त्युकोव पहले नौसेना अधिकारी हैं, जिन्हें GRU का नेतृत्व सौंपा गया. ऐसे में दुनिया की सबसे शक्तिशाली खुफिया एजेंसियों में से एक का नेतृत्व करने वाले कोस्त्युकोव की मौजूदगी वार्ता में रूस की रणनीतिक ताकत को दर्शाती है.
अलेक्जेंडर फोमिन भी यूक्रेन वार्ता में हुए शामिस
इस बीच उप रक्षा मंत्री अलेक्जेंडर फोमिन, जो 2022 की यूक्रेन वार्ता में शामिल थे, वे भी इस प्रतिनिधिमंडल में हैं. इसके अलावा, क्रेमलिन ने विशेषज्ञों की एक सूची को मंजूरी दी है, जिसमें निम्नलिखित नाम शामिल हैं:
अलेक्जेंडर जोरिन, जनरल स्टाफ के सूचना निदेशालय के प्रथम उप प्रमुख। सोवियत यूक्रेन में जन्मे जोरिन ने सीरिया में रूसी हस्तक्षेप में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और पक्षों के बीच सुलह के लिए जाने जाते हेंे
येलेना पोडोब्रेयेव्स्काया, क्रेमलिन के मानवीय नीति निदेशालय की उप प्रमुख हैं
अलेक्सेई पोलिशचुक, विदेश मंत्रालय के CIS विभाग के निदेशक, जो बेलारूस, यूक्रेन और मोल्दोवा से संबंधित मामलों को संभालते हैं. जबकि, वी. शेवत्सोव, रक्षा मंत्रालय के अंतरराष्ट्रीय सैन्य सहयोग के मुख्य निदेशालय के उप प्रमुख के पद काम करते हैं.