रूस से सीजफायर वार्ता के बीच जेलेंस्की ने पत्नी संग शेयर की तस्वीर, युद्ध में जल रहे यूक्रेनवासियों को दी विशिवंका दिवस की बधाई

Published on: 15 May 2025 | Author: Sagar Bhardwaj
पिछले करीब तीन साल से रूस के साथ युद्ध की आग में जल रहे यूक्रेन के लिए यह बेहद मुश्किल भरा समय है. जनता इस युद्ध की विभीषिका से बुरी तरह से तंग आ चुकी है. इसी बीच अपने देश के लोगों का हौसला बढ़ाने के लिए यूक्रेन के राष्ट्रति जेलेंस्की ने अपनी पत्नी के साथ फोटो शेयर करते हुए यूक्रेन की जनता को वैश्यवंका दिवस की बधाई है.
राष्ट्रपति जेलेंस्की ने अपनी पत्नी के साथ एक फोटो शेयर करते हुए लिखा, 'आज का दिन हमारे मूल, हमारी जड़ों और हमारे परिवार को समर्पित है. यह एक ऐसा अवसर है, जो हमें हमारी सांस्कृतिक धरोहर से जोड़ता है. यूक्रेन की पारंपरिक वस्त्र कला, जिसे विश्व वस्त्र (विशिवंका) के नाम से जाना जाता है, केवल एक परिधान नहीं है, बल्कि यह हमारी वंशावली, परंपराओं और इतिहास की ताकत का प्रतीक है. हर विश्व वस्त्र में बुने गए पैटर्न और डिज़ाइन हमारी सांस्कृतिक गाथा को जीवंत करते हैं. यह उन असंख्य लोगों की शक्ति को दर्शाता है, जिनके कारण आज हम जीवित हैं. यह एक ऐसी कड़ी है, जो पीढ़ियों को एक-दूसरे से जोड़ती है.'
Today is about something truly important – our roots, our family. Meanings that are united by a single date this year. Every pattern in a Ukrainian vyshyvanka holds the strength of our lineage, our traditions, our history. The strength of many people, thanks to whom all of us are… pic.twitter.com/OkNh41M8er
— Volodymyr Zelenskyy / Володимир Зеленський (@ZelenskyyUa) May 15, 2025
जो हमारा है हमें उसे संजोना होगा
उन्होंने आगे लिखा यूक्रेन की यह अनमोल धरोहर केवल कपड़ों तक सीमित नहीं है; यह हमारी पहचान का हिस्सा है. हमें इस धरोहर को संजोना होगा और इसे अगली पीढ़ियों तक पहुंचाना होगा. जैसा कि कहा गया है, “हम निश्चित रूप से वह सब कुछ संरक्षित करेंगे और अगली पीढ़ियों तक पहुंचाएंगे जो यूक्रेनी है, जो हमारा है.” यह संकल्प हमें अपनी संस्कृति को जीवित रखने और इसे विश्व पटल पर गौरव प्रदान करने के लिए प्रेरित करता है.
हमारी ताकत हमारी एकता
विश्व वस्त्र दिवस और परिवार दिवस का यह संयोजन हमें एकजुटता और प्रेम की याद दिलाता है. यह वह समय है जब हम अपने परिवार के साथ समय बिताकर, अपनी परंपराओं को साझा करके और अपने इतिहास को गर्व के साथ याद करके इस बंधन को और मजबूत करते हैं. यह उत्सव हमें सिखाता है कि हमारी ताकत हमारी एकता में है.