'इस्लामिज्म वैश्विक सुरक्षा के लिए सबसे बड़ा खतरा...', बॉन्डी बीच हमले के बाद भड़कीं अमेरिका की इंटेलिजेंस डायरेक्टर तुलसी गबार्ड
Published on: 17 Dec 2025 | Author: Reepu Kumari
नई दिल्ली: ऑस्ट्रेलिया में हुए भीषण आतंकी हमले ने पूरी दुनिया को झकझोर कर रख दिया है. सिडनी के बॉन्डी बीच पर हुए इस हमले के बाद वैश्विक सुरक्षा को लेकर नए सिरे से बहस शुरू हो गई है. अमेरिका की नेशनल इंटेलिजेंस डायरेक्टर तुलसी गबार्ड ने इस घटना को चेतावनी के तौर पर देखा है.
गबार्ड का कहना है कि यह हमला अचानक नहीं हुआ, बल्कि लंबे समय से बन रही परिस्थितियों का नतीजा है. उन्होंने इसे सिर्फ ऑस्ट्रेलिया नहीं, बल्कि पूरी दुनिया के लिए खतरे की घंटी बताया.
बॉन्डी बीच हमले की भयावह तस्वीर
ऑस्ट्रेलिया के सिडनी स्थित बॉन्डी बीच पर 14 दिसंबर को उस वक्त आतंकियों ने हमला किया, जब यहूदी समुदाय का हनुक्का उत्सव चल रहा था. मौके पर करीब एक हजार लोग मौजूद थे. दो आतंकियों ने अंधाधुंध फायरिंग की, जिसमें कम से कम 15 लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए. पुलिस मुठभेड़ में एक हमलावर मारा गया, जबकि दूसरा गंभीर हालत में हिरासत में है.
इस्लामिज्म पर गबार्ड का सीधा आरोप
तुलसी गबार्ड ने कहा कि इस्लामिस्ट और इस्लामिज़्म केवल अमेरिका ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया की स्वतंत्रता और सुरक्षा के लिए सबसे बड़ा खतरा बन चुके हैं. उनके अनुसार, ऑस्ट्रेलिया में इस्लामिस्टों की बड़ी संख्या में एंट्री ने हालात को इस मुकाम तक पहुंचाया है. गबार्ड ने साफ कहा कि इस तरह के हमले किसी को चौंकाने वाले नहीं होने चाहिए.
यूरोप और ऑस्ट्रेलिया को लेकर चेतावनी
गबार्ड ने अपने बयान में यूरोप और ऑस्ट्रेलिया को लेकर गंभीर चिंता जताई. उन्होंने कहा कि यूरोप के लिए शायद बहुत देर हो चुकी है और संभव है कि ऑस्ट्रेलिया भी उसी रास्ते पर पहुंच गया हो. उन्होंने यह भी जोड़ा कि अमेरिका के पास अभी मौका है, लेकिन अगर जल्द कदम नहीं उठाए गए तो हालात वहां भी बिगड़ सकते हैं.
ट्रंप की नीतियों का किया समर्थन
अपने बयान में तुलसी गबार्ड ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की नीतियों का समर्थन किया. उन्होंने कहा कि ट्रंप प्रशासन ने सीमाओं की सुरक्षा, संदिग्ध आतंकियों के निर्वासन और बिना जांच-पड़ताल के हो रहे बड़े पैमाने के माइग्रेशन को रोकने को प्राथमिकता दी है. गबार्ड के अनुसार, ये कदम अमेरिकी नागरिकों की सुरक्षा के लिए जरूरी हैं.
वैश्विक सुरक्षा पर गहराता सवाल
गबार्ड ने चेतावनी दी कि यदि समय रहते ठोस और सख्त फैसले नहीं लिए गए, तो अमेरिका भी उसी स्थिति में पहुंच सकता है, जिसका सामना आज यूरोप और संभवतः ऑस्ट्रेलिया कर रहे हैं. उनका कहना है कि बॉन्डी बीच हमला सिर्फ एक देश की समस्या नहीं, बल्कि पूरी दुनिया के लिए गंभीर संकेत है.