बिहार के 17 साल के लड़के ने NASA की वेबसाइट में खामी पकड़ी, मिला ‘हॉल ऑफ फेम’ में नाम; जानिए कौन है ये लड़का?

Published on: 20 May 2025 | Author: Anvi Shukla
Ramji From Samastipur Success Story: बिहार के समस्तीपुर जिले से ताल्लुक रखने वाले 17 वर्षीय रामजी राज ने वो कर दिखाया जो बड़ी-बड़ी टेक्नोलॉजी कंपनियों के विशेषज्ञ भी नहीं कर पाए. रामजी ने अमेरिका की प्रतिष्ठित अंतरिक्ष एजेंसी नासा की आधिकारिक वेबसाइट में एक गंभीर साइबर खामी (cyber vulnerability) खोज निकाली, जिससे न केवल उनका नाम अंतरराष्ट्रीय मंच पर रोशन हुआ, बल्कि देश का मान भी बढ़ा.
14 मई की रात, रामजी जब सामान्य रूप से कुछ वेबसाइट्स ब्राउज कर रहे थे, तभी उन्होंने नासा की साइट में एक तकनीकी कमजोरी को नोटिस किया. उन्होंने तुरंत उस खामी का विस्तृत विश्लेषण किया और नासा को रिपोर्ट भेजी. सिर्फ पांच दिनों में, 19 मई को नासा ने उस त्रुटि को स्वीकार करते हुए सुधार किया और रामजी का नाम अपनी साइबर सिक्योरिटी हॉल ऑफ फेम सूची में शामिल कर लिया.
'हैकिंग सिर्फ शौक नहीं, जिम्मेदारी है'
रामजी कहते हैं, 'मेरे लिए हैकिंग सिर्फ एक खेल नहीं, बल्कि एक जिम्मेदारी है. मैं चाहता हूं कि अपने ज्ञान से डिजिटल दुनिया को और अधिक सुरक्षित बना सकूं.' इतनी कम उम्र में रामजी ने 50 से अधिक राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय वेबसाइट्स में तकनीकी कमजोरियां खोजकर संबंधित संस्थाओं को सतर्क किया है. इससे कई संभावित साइबर हमले टाले जा सके.
समाज सेवा से भी जुड़े हैं रामजी
तकनीकी उपलब्धियों के साथ-साथ रामजी समाज सेवा में भी सक्रिय हैं. वे पुलिस विभाग को साइबर क्राइम से निपटने की ट्रेनिंग देते हैं और डिजिटल अपराधों की जांच में सहयोग करते हैं. साथ ही वे गरीब बच्चों को तकनीकी शिक्षा देकर डिजिटल सशक्तिकरण की दिशा में भी योगदान दे रहे हैं.
शिक्षा व अन्य उपलब्धियां
रामजी वर्तमान में दिल्ली से B.Tech की तैयारी कर रहे हैं. उनके पिता समस्तीपुर में एक सामाजिक संस्था चलाते हैं. भारत सरकार के Youth for Unnati and Vikas with AI कार्यक्रम में रामजी को देश के शीर्ष 50 AI समाधानों में शामिल किया गया है.
रामजी राज की सफलता इस बात का प्रमाण है कि प्रतिभा किसी संसाधन की मोहताज नहीं होती. तकनीकी क्षेत्र में उनकी यह उपलब्धि देश के लाखों युवाओं को प्रेरित करती है.