AC Helmet for Traffic Police: भीषण गर्मी में ट्रैफिक पुलिस लेंगे राहत की सांस, यूपी में बांटे गए एक्टिव कूलिंग हेलमेट

Published on: 06 Jun 2025 | Author: Reepu Kumari
AC Helmet for Traffic Police: देशभर में जून के महीने में भीषण गर्मी ने लोगों का जीना मुश्किल कर दिया है. तापमान कई शहरों में 45 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच चुका है. ऐसे में आम नागरिकों को भी दोपहर के समय घर से बाहर निकलने में परेशानी होती है. धूप की तपिश आंखों को जला देती है, सिर चकराने लगता है और कुछ ही मिनटों में शरीर पसीने से भीग जाता है.
अब सोचिए उन ट्रैफिक पुलिसकर्मियों के बारे में जो रोजाना घंटों सड़कों पर खड़े रहकर वाहन व्यवस्था को संभालते हैं. उनकी ड्यूटी भरी दोपहर में भी जारी रहती है. ऐसी स्थिति में उन्हें गर्मी से राहत देने के लिए कई राज्यों ने तकनीकी उपायों पर काम किया है. उत्तर प्रदेश सरकार ने भी एक बड़ा कदम उठाया है.
योगी सरकार की पहल: ट्रैफिक पुलिस को AC हेलमेट
उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने ट्रैफिक पुलिसकर्मियों की सुरक्षा और स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए सैकड़ों एक्टिव कूलिंग हेलमेट बांटे हैं. ये हेलमेट गर्मी के मौसम में ट्रैफिक पुलिस के लिए एक तरह से वरदान साबित हो रहे हैं.
इन हेलमेट्स को हैदराबाद की कंपनी Jarsh Safety ने बनाया है. कंपनी ने पिछले साल एक ऐसा विशेष हेलमेट लॉन्च किया था जिसमें एयर कंडीशनिंग सिस्टम लगा होता है. इस हेलमेट को विशेष रूप से ट्रैफिक पुलिस और कंस्ट्रक्शन साइट पर काम करने वाले लोगों के लिए तैयार किया गया है.
कैसे काम करता है AC हेलमेट?
इस हेलमेट का नाम है Active Cooling Helmet, जिसमें सिर्फ 200 ग्राम वज़न का एक छोटा सा AC सिस्टम लगाया गया है. यह हेलमेट वातावरण के तापमान को 10-15 डिग्री सेल्सियस तक कम कर सकता है. उदाहरण के तौर पर, अगर बाहर का तापमान 45 डिग्री है तो हेलमेट पहनने वाले को सिर पर सिर्फ 30 से 35 डिग्री का एहसास होगा.
इसमें एक बैटरी-संचालित पंखा और कूलिंग सिस्टम होता है, जो लगातार 10 घंटे तक ठंडी हवा देता है. कुछ हेलमेट्स में इवेपोरेटिव कूलिंग या जेल पैक का भी इस्तेमाल होता है. इतना ही नहीं, कुछ वर्जन में सोलर पैनल भी लगे होते हैं, जिससे बैटरी खुद-ब-खुद चार्ज होती रहती है.
कीमत और उपयोगिता
AC हेलमेट की कीमत ₹13,000 से ₹17,000 के बीच है. भले ही ये महंगे लगें, लेकिन ये उन पुलिसकर्मियों के लिए अमूल्य हैं जो दिनभर धूप में ड्यूटी करते हैं. तकनीक का ये उपयोग एक मानवीय संवेदना और स्मार्ट समाधान का बेहतरीन उदाहरण है.