ट्रंप के इस बयान के बाद झूम उठा शेयर बाजार, निफ्टी 25000 के पार, सेंसेक्स 1300 अंक उछला; कल कैसा रहेगा ट्रेंड?

Published on: 15 May 2025 | Author: Sagar Bhardwaj
गुरुवार को शेयर बाजार में तूफानी तेजी देखने को मिली. शुरुआती सत्र में शेयर बाजार ने गिरावट के संकेत दिए थे लेकिन दोपहर बाद बाजार ने ऐसी करवट ली कि निवेशकों के चेहरे खिल गए. सेंसेक्स करीब 1400 अंक चढ़ गया वहीं निफ्टी ने एक बार फिर से 25000 के आंकड़े को छू लिया. मेटल, आईटी, ऑटो, रियल्टी करीब-करीब सभी सेक्टर में तेजी थी.
शुरुआती सत्र में 500 अंकों की गिरावट के बाद सेंसेक्स ने दोपहर में जबरदस्त तेजी पकड़ी और 1.7 प्रतिशत की तेजी के साथ इसने 82,718.14 के अपने दिन के उच्चतम स्तर को छुआ. वहीं निफ्टी ने 1.79 प्रतिशत की दमदार तेजी के साथ 25,109.35 के अपने डे हाई को टच किया.
आखिर क्या रहा तेजी का कारण
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो शेयर बाजार में यह रैली अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के उस बयान का नतीजा था जिसमें उन्होंने कहा था कि भारत ने अमेरिका को जीरो टैरिफ के साथ व्यापार समझौते की पेशकश की है. ट्रंप के इस बयान ने बाजार को रफ्तार दे दी. निवेशकों की खरीदारी ने भी मार्केट की रैली में मदद की.
वेल्थमिल्स सिक्योरिटीज के इक्विटी स्ट्रैटेजी के निदेशक क्रांति बाथिनी ने कहा कि सीमा पर सीजफायर और महंगाई में कमी आने से लंबी अवधि के विदेशी निवेशकों के लिए भारतीय बाजार एक आकर्षक निवेश स्थल बन चुका है. यही वजह है कि वे भारतीय बाजारों में जमकर खरीदारी कर रहे हैं.
सेंसेक्स निफ्टी ने छुआ 7 महीने का हाई
गुरुवार को आई जबरदस्त तेजी के बाद सेंसेक्स और निफ्टी ने 7 महीने के उच्चतम स्तर को टच कर लिया. दोहा में व्यापारियों से मीटिंग के दौरान ट्रंप ने कहा कि भारत ने एक ऐसे सौदे के पेशकश की है जिसमें वह अमेरिकी वस्तुओं पर कोई शुल्क नहीं लगाएगा. भारत में अपना सामना बेचना बहुत मुश्किल है इसलिए वे हम पर वास्तव में कोई चार्ज न लगाने की पेशकश कर रहे हैं.
भारत-अमेरिका में जल्द हो सकता ही ट्रेड डील
ट्रंप की इस घोषणा के बाद बाजार के एक्सपर्ट्स का कहना है कि भारत और अमेरिका में व्यापार समझौता बेहद जल्द हो सकता है. भारत और अमेरिका के बीच व्यापार समझौते की संभावनाओं ने भी निवेशकों के सेंटिमेंट को पॉजिटिव कर दिया है. खबरों की मानें तो ट्रंप द्वारा ट्रैरिफ बढ़ाने पर लगाए गए 90 दिनों के पॉज की अवधि पूरी होने के तुरंत बाद भारत और अमेरिका में व्यापार समझौता हो सकता है.