Maharashtra Education Reform: महाराष्ट्र में कक्षा 1 से 10 तक गणित-विज्ञान के लिए बदली गई पढ़ाई की पद्धति, जानें अपडेट

Published on: 31 Jul 2025 | Author: Reepu Kumari
Maharashtra education reform: महाराष्ट्र के स्कूली बच्चों की पढ़ाई अब और भी रोचक और तकनीकी होगी. राज्य सरकार ने कक्षा 1 से 10 तक के छात्रों के लिए कुछ नया करने का सोचा है. राज्य सरकार ने कक्षा 1 से 10 तक के छात्रों के लिए गणित और विज्ञान को आसान, समझने योग्य और अनुभवात्मक बनाने के लिए नई पहल की है. इसके तहत खान अकादमी और श्री श्री ग्रामीण विकास ट्रस्ट (SSRDT) के साथ समझौते किए गए हैं.
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की मौजूदगी में यह साझेदारी तय हुई है, जिसका मकसद है बच्चों को पारंपरिक रटने वाली पढ़ाई से हटाकर वीडियो, मॉडल और अनुभव के ज़रिए सिखाना. इससे खासतौर पर ग्रामीण और सरकारी स्कूलों के बच्चों को फायदा मिलेगा.
बच्चों के लिए नया गणित-विज्ञान कार्यक्रम
खान अकादमी के साथ मिलकर महाराष्ट्र सरकार ने कक्षा 1 से 10 के छात्रों के लिए नया डॉ. जयंत नार्लीकर गणित और विज्ञान अधिगम संवर्धन कार्यक्रम शुरू किया है. ये कार्यक्रम तीन साल तक चलेगा और इसे एससीईआरटी लागू करेगा. इसमें बच्चों को वीडियो-आधारित पाठ, मराठी और अंग्रेज़ी भाषा में कंटेंट और स्वयं सीखने के मॉड्यूल मिलेंगे.
स्कूलों में आएगा 'अनुभव' वाला बदलाव
श्री श्री ग्रामीण विकास ट्रस्ट की मदद से 150 सरकारी स्कूलों को चुना गया है, जहां स्कूलों की आधारभूत संरचना, शिक्षकों का प्रशिक्षण, छात्रों की स्किल डेवलपमेंट और समुदाय की भागीदारी पर काम होगा. इस योजना का उद्देश्य है – स्कूल को सिर्फ एक पढ़ाई की जगह नहीं, बल्कि सीखने का जीवंत केंद्र बनाना.
शिक्षा में तकनीक और अनुभव का मेल
सिर्फ सिलेबस तक सीमित नहीं है, बल्कि पूरे स्कूल सिस्टम को मजबूत बनाने पर जोर दे रही है. इसमें PM SHRI और CM SHRI जैसे मॉडल स्कूल शामिल किए जाएंगे ताकि नई शिक्षा नीति के मुताबिक बच्चों को आधुनिक, टेक्नोलॉजी आधारित और सोचने-समझने वाली शिक्षा मिल सके. इससे बच्चों को बहुत मदद मिलेगी पढ़ाई में.