Samantha Ruth Prabhu Divorce: नागा चैतन्य संग तलाक के बाद किस हाल में थी सामंथा रूथ प्रभु? 4 साल बाद छलका दुख

Published on: 12 May 2025 | Author: Babli Rautela
Samantha Ruth Prabhu Divorce: साउथ फिल्म इंडस्ट्री की चमकती एक्ट्रेस सामंथा रूथ प्रभु ने हमेशा अपनी बेबाकी और साहस से फैंस का दिल जीता है. हाल ही में एक इंटरव्यू में, उन्होंने अपने जीवन के सबसे कठिन दौर—नागा चैतन्य से तलाक और मायोसिटिस की बीमारी—के बारे में खुलकर बात की. सामंथा ने बताया कि कैसे वह टूटन और निराशा के गहरे गड्ढे से निकलकर एक मजबूत और प्रेरणादायक महिला बनीं. उनकी यह कहानी हर उस व्यक्ति के लिए प्रेरणा है जो मुश्किलों से जूझ रहा है.
सामंथा और नागा चैतन्य की 2017 में हुई शादी को फैंस ने एक परीकथा माना था, लेकिन 2021 में उनके तलाक ने सभी को चौंका दिया. सामंथा के लिए यह दौर और भी कठिन हो गया जब 2022 में उन्हें मायोसिटिस, एक दुर्लभ ऑटोइम्यून बीमारी, का पता चला. गैलाटा प्लस के साथ बातचीत में उन्होंने उस समय को याद किया जब वह 'कभी न खत्म होने वाली खाई' में थीं.
तलाक के बाद टूटी सामंथा रूथ प्रभु
अपने तलाक के बारे में खुलकर बात करते हु्ए उन्होंने कहा, 'मैं उस बिंदु पर पहुंच गई थी जहां मैंने सोचा, 'बस, अब और नहीं.' मेरे मन में सबसे बुरे विचार थे. हर दिशा में सिर्फ अंधेरा था, कोई जवाब नहीं मिल रहा था. सब कुछ टूटा हुआ लग रहा था.' सामंथा ने स्वीकार किया कि वह हार मानने के कगार पर थीं, लेकिन उनके पास उन विचारों पर अमल करने का साहस नहीं था. इस कमजोरी ने ही उन्हें नई ताकत दी.
सामंथा ने बताया कि उन्होंने हार मानने के बजाय खुद को संभालने का रास्ता चुना. उन्होंने कहा, 'मुझे लगा कि मुझे लचीलापन बनाना होगा और अपने जीवन की दूसरी चीजों पर ध्यान देना होगा.' इस प्रक्रिया में, उन्होंने अपनी कमजोरियों को ताकत में बदला. सामंथा ने अपनी शादी की पोशाक और अंगूठी जैसी यादों को कला के जरिए सशक्त बयानों में ढाला, जो उनकी नई पहचान का प्रतीक बने. उन्होंने कहा, 'मैं लोगों को कठिन समय से जल्दी निकलने के लिए नहीं कहती. मैं कहती हूं, उसका सामना करो, क्योंकि उसमें हमेशा कुछ सीखने को मिलता है. मेरी सफलताओं ने नहीं, बल्कि मेरी असफलताओं और दर्द ने मुझे सिखाया.'
मायोसिटिस से सामंथा की जंग
मायोसिटिस के इलाज ने सामंथा के सामने शारीरिक और मानसिक चुनौतियां खड़ी कीं. इस बीमारी के कारण मांसपेशियों में कमजोरी और दर्द होता है, लेकिन सामंथा ने हिम्मत नहीं हारी. उन्होंने अपनी सेहत को प्राथमिकता दी और धीरे-धीरे खुद को ठीक किया. उनकी यह जंग न केवल व्यक्तिगत थी, बल्कि लाखों प्रशंसकों के लिए एक मिसाल बनी.