G7 Statement: 'जंग नहीं, संवाद का रास्ता अपनाएं', भारत-पाक तनाव पर G7 की अपील; क्या दोनों देश अपनाएंगे बातचीत का रास्ता?

Published on: 10 May 2025 | Author: Ritu Sharma
India Pakistan Tension: 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले को लेकर जी7 देशों और यूरोपीय संघ ने तीखी प्रतिक्रिया दी है. कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान, यूके, अमेरिका और यूरोपीय संघ के उच्च प्रतिनिधि ने इस हमले की कड़ी निंदा करते हुए भारत और पाकिस्तान से संयम बरतने की अपील की है. उनके मुताबिक, आगे किसी भी तरह की सैन्य कार्रवाई पूरे क्षेत्र की स्थिरता के लिए बड़ा खतरा बन सकती है.
तनाव घटाने और सीधी बातचीत की सलाह
बता दें कि जी7 देशों ने दोनों देशों से तनाव कम करने के लिए तुरंत कदम उठाने की बात कही है. उन्होंने भारत और पाकिस्तान को सीधे संवाद में शामिल होने और शांतिपूर्ण हल निकालने की सलाह दी है. स्टेटमेंट में कहा गया, ''हम घटनाओं पर नज़र बनाए हुए हैं और एक स्थायी राजनयिक समाधान के लिए अपना समर्थन दोहराते हैं.''
भारत का ऑपरेशन सिंदूर और पाकिस्तान की प्रतिक्रिया
वहीं पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के कब्जे वाले क्षेत्र में मौजूद 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाकर 'ऑपरेशन सिंदूर' चलाया. भारत ने इस एयर स्ट्राइक को संयमित और गैर-उकसावे वाली कार्रवाई बताया है. इसके जवाब में पाकिस्तान ने भारत के सीमावर्ती क्षेत्रों पर ड्रोन और मिसाइलों से हमले की कोशिशें तेज कर दी हैं, जिनका भारतीय सेना मुंहतोड़ जवाब दे रही है.
ड्रोन हमलों से खतरा, नागरिक सतर्क रहें
रक्षा मंत्रालय के अनुसार, एलओसी और अंतरराष्ट्रीय सीमा से सटे 26 से अधिक स्थानों पर संदिग्ध ड्रोन देखे गए हैं. इनमें बारामुल्ला, श्रीनगर, पठानकोट, जैसलमेर और भुज जैसे इलाके शामिल हैं. एक ड्रोन हमले में फिरोजपुर के एक रिहायशी इलाके को निशाना बनाया गया, जिससे एक परिवार का सदस्य झुलस गया.
सशस्त्र बल सतर्क, नागरिकों से एहतियात बरतने की अपील
इसके अलावा, रक्षा मंत्रालय ने सीमावर्ती इलाकों के लोगों से घर में रहने, अनावश्यक आवाजाही से बचने और प्रशासन के निर्देशों का पालन करने की अपील की है. प्रवक्ता ने कहा, ''घबराने की जरूरत नहीं, लेकिन सतर्क रहना जरूरी है. सुरक्षा बल उच्च स्तर की सतर्कता बनाए हुए हैं और काउंटर-ड्रोन सिस्टम के जरिए हर खतरे से निपटा जा रहा है.''