ऑपरेशन सिंदूर पर विदेश जाने वाले सांसदों में असम के नेता का भी नाम, सीएम बिस्वा सरमा ने पाकिस्तान कनेक्शन पर दागे सवाल

Published on: 17 May 2025 | Author: Sagar Bhardwaj
असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने शनिवार को कांग्रेस सांसद की एक सूची में शामिल किए जाने पर गंभीर चिंता जताई, जो 'ऑपरेशन सिंदूर' के बाद भारत की आतंकवाद के प्रति जीरो टॉलरेंस नीति को वैश्विक मंच पर प्रस्तुत करने के लिए बनाए जा रहे सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा है. सरमा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा, "सूची में शामिल एक सांसद (असम से) ने पाकिस्तान में अपनी दो सप्ताह की लंबी यात्रा से इनकार नहीं किया है. विश्वसनीय दस्तावेजों के अनुसार, उनकी पत्नी भारत में कार्यरत रहते हुए पाकिस्तान स्थित एक एनजीओ से वेतन ले रही थीं." उन्होंने इसे राष्ट्रीय सुरक्षा का मामला बताते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी से इस सांसद को इस "संवेदनशील और रणनीतिक" कार्य से हटाने की अपील की.
कांग्रेस ने दी प्रतिक्रिया
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने पुष्टि की कि पार्टी ने सरकार के विदेशी प्रतिनिधिमंडलों के लिए चार सांसदों के नाम प्रस्तावित किए हैं. इनमें आनंद शर्मा, गौरव गोगोई, सैयद नसीर हुसैन और राजा ब्रार शामिल हैं. रमेश ने कहा, "कांग्रेस अध्यक्ष और लोकसभा में विपक्ष के नेता को संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने इस मिशन के लिए सांसदों के नाम सुझाने के लिए संपर्क किया था." दिलचस्प बात यह है कि वरिष्ठ कांग्रेस सांसद शशि थरूर, जिन्होंने शुक्रवार को दावा किया था कि उन्हें एक प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करने के लिए आमंत्रित किया गया था, इस सूची में शामिल नहीं हैं. थरूर ने कहा, "16 मई को दोपहर तक, लोकसभा में विपक्ष के नेता (राहुल गांधी) ने संसदीय कार्य मंत्री को कांग्रेस की ओर से निम्नलिखित नाम दिए - पूर्व केंद्रीय मंत्री आनंद शर्मा, लोकसभा में कांग्रेस के उपनेता गौरव गोगोई, राज्यसभा सांसद सैयद नसीर हुसैन और लोकसभा सांसद राजा ब्रार."
One of the MPs named in the list ( from Assam ) has not denied his prolonged stay in Pakistan—reportedly for two weeks—and credible documents show that his wife was drawing salary from a Pakistan-based NGO while working in India.
— Himanta Biswa Sarma (@himantabiswa) May 17, 2025
In the interest of national security and beyond… https://t.co/Y1thJAgMy8
सरकार का रुख
संसदीय कार्य मंत्रालय के एक बयान के अनुसार, ये सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल भारत की आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता और दृढ़ रुख को विश्व के सामने प्रस्तुत करेंगे. बयान में कहा गया, "वे विश्व को भारत का आतंकवाद के प्रति जीरो टॉलरेंस का मजबूत संदेश देंगे." ऑपरेशन सिंदूर और सीमा पार आतंकवाद के खिलाफ भारत की लड़ाई के संदर्भ में, सात सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल इस महीने के अंत में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के सदस्य देशों सहित प्रमुख साझेदार देशों का दौरा करेंगे.
प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व
प्रतिनिधिमंडलों का नेतृत्व करने वाले नेताओं का चयन सावधानी से किया गया है. इनमें भाजपा सांसद रविशंकर प्रसाद और बैजयंत पांडा, कांग्रेस सांसद शशि थरूर, जद (यू) सांसद संजय झा, द्रमुक की कनिमोझी, राकांपा (एसपी) की सुप्रिया सुले और शिवसेना के श्रीकांत शिंदे शामिल हैं. चार नेता सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन से हैं, जबकि तीन विपक्षी इंडिया ब्लॉक से हैं. प्रत्येक प्रतिनिधिमंडल लगभग पांच देशों का दौरा कर सकता है.