'ऑपरेशन सिंदूर अभी खत्म नहीं हुआ', भारतीय सेना ने दोहराया- 'हम जवाब में गोली चलाएंगे और दृढ़ संकल्प से काम करेंगे'

Published on: 20 May 2025 | Author: Mayank Tiwari
भारतीय सेना के ब्रिगेडियर मुदित महाजन ने मंगलवार (20 मई) को कहा कि ऑपरेशन सिन्दूर समाप्त नहीं हुआ है और देश की सशस्त्र सेनाएं किसी भी आक्रामकता का जवाब न केवल शब्दों, बल्कि कार्रवाई से देने को तैयार हैं. जम्मू-कश्मीर के पुंछ में एक प्रेस ब्रीफिंग के दौरान, ANI न्यूज एजेंसी के हवाले से ब्रिगेडियर महाजन ने कहा, "ऑपरेशन सिन्दूर खत्म नहीं हुआ, यह फिलहाल केवल निलंबित है. इसलिए भारतीय सेना सतर्क और तैयार है. यदि फिर से चुनौती दी गई, तो हम जवाब शब्दों से नहीं, बल्कि आग और राष्ट्र के संकल्प से देंगे."
न्यूज एजेंसी ANI की रिपोर्ट के मुताबिक,ब्रिगेडियर महाजन ने बताया कि भारत के साथ तनाव बढ़ाने में पाकिस्तान को भारी नुकसान हुआ है. उन्होंने कहा, "पाकिस्तानी सेना को न केवल सैनिकों की संख्या में, बल्कि मनोबल और पहलकदमी में भी नुकसान हुआ. आज, वे अपने ही देश में विश्वसनीयता खो चुके हैं. हमारे पास दुश्मन को घातक और गैर-घातक हताहतों में भारी नुकसान पहुंचाने के सबूत हैं. ये आंकड़े दिन-ब-दिन बढ़ रहे हैं."
#WATCH | Poonch, J&K | Commander of Poonch Brigade, Brigadier Mudit Mahajan says, "Poonch Brigade was engaged in intense and continuous operations during Operation Sindoor... Poonch Brigade was not a part, but the heart of Operation Sindoor... The Army struck with unmatched… pic.twitter.com/CD5hQPLCdX
— ANI (@ANI) May 20, 2025
ऑपरेशन सिन्दूर में पुंछ ब्रिगेड की रही अहम भूमिका
वहीं, ब्रिगेडियर मुदित महाजन ने पुंछ ब्रिगेड की प्रशंसा करते हुए कहा कि वे ऑपरेशन सिन्दूर का हिस्सा नहीं, बल्कि इसका दिल हैं. उन्होंने सशस्त्र बलों की सटीकता और समर्पण की सराहना की. उन्होंने कहा, "जब दुश्मन ने स्वार्म ड्रोन का नया खतरा शुरू किया, तो सेना की वायु रक्षा ने एक चमकता कवच बनकर असाधारण कौशल, लचीलापन और अत्याधुनिक समन्वय का प्रदर्शन किया. हर हवाई खतरे को रोककर, हमारे सैनिकों और क्षेत्र की सुरक्षा अटल सतर्कता और वीरता से की गई."
पाकिस्तान के उकसावे का दिया करारा जवाब
ब्रिगेडियर महाजन ने बताया कि पुंछ, राजौरी और अखनूर के सामने नौ में से छह महत्वपूर्ण आतंकी ठिकानों को निष्प्रभावी किया गया. उन्होंने कहा, "जब पाकिस्तानी सेना ने नागरिक क्षेत्रों को अंधाधुंध निशाना बनाकर उकसावे की कार्रवाई की, तब भारतीय सेना ने निर्णायक रूप से उनके सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया."