ब्रिटेन ने इजराइल के साथ व्यापार वार्ता रोकी, गाजा पर ताजा हमले को लेकर राजदूत को किया तलब

Published on: 20 May 2025 | Author: Mayank Tiwari
ब्रिटिश सरकार ने मंगलवार (20 मई) को घोषणा की कि विदेश सचिव डेविड लैमी इजरायल के साथ व्यापार समझौता वार्ता को स्थगित करने की घोषणा करेंगे. सरकार ने यह भी बताया कि गाजा में इजरायली सैन्य कार्रवाइयों के तेज होने के जवाब में इजरायल के राजदूत को तलब किया गया है. इजरायली सेना ने पिछले सप्ताह एक नई कार्रवाई शुरू की थी, जिसमें प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने घोषणा की कि इजरायल पूरे गाजा पट्टी पर नियंत्रण करेगा.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, मार्च की शुरुआत से इजरायल ने गाजा में मेडिकल आपूर्ति, भोजन और ईंधन की आपूर्ति को अवरुद्ध कर दिया है, जिसके कारण अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों ने आसन्न अकाल की चेतावनी दी है. विदेश मंत्री डेविड लैमी ने इस आक्रमण को शेष बंधकों की रिहाई के लिए अप्रभावी करार देते हुए इजरायल से सहायता पर लगाए गए प्रतिबंध को हटाने की मांग की. उन्होंने इजरायल सरकार के कुछ हिस्सों में "उग्रवाद" की भी निंदा की.
गाजा में मंडराया मानवीय संकट
विदेश सचिव डेविड लैमी ने सांसदों को संबोधित करते हुए कहा, "हम इस नए बिगड़ते हालात को देखते हुए चुप नहीं रह सकते. यह हमारी द्विपक्षीय संबंधों के सिद्धांतों के विपरीत है." उन्होंने आगे कहा, "स्पष्ट रूप से, यह ब्रिटिश जनता के मूल्यों का अपमान है. इसलिए, आज मैं घोषणा करता हूं कि हम इस इजरायली सरकार के साथ नए मुक्त व्यापार समझौते पर वार्ता को स्थगित कर रहे हैं."
ब्रिटेन, फ्रांस और कनाडा की संयुक्त निंदा
सोमवार को ब्रिटेन ने फ्रांस और कनाडा के साथ मिलकर एक संयुक्त बयान जारी कर गाजा में इजरायल की सैन्य कार्रवाइयों के विस्तार की निंदा की और सहायता पर लगे प्रतिबंधों को हटाने का आह्वान किया. जहां तीनों देशों ने चेतावनी दी कि यदि इजरायल की नई आक्रामक कार्रवाई नहीं रुकी तो वे "आगे ठोस कदम" उठाएंगे.
मंगलवार (20 मई) को संसद में ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर ने कहा, "मैं आज रिकॉर्ड पर रखना चाहता हूं कि हम इजरायल की इस बढ़ती कार्रवाई से स्तब्ध हैं." उन्होंने आगे कहा, "हम युद्धविराम की अपनी मांग को दोहराते हैं, जो बंधकों की रिहाई का एकमात्र रास्ता है, वेस्ट बैंक में बस्तियों का विरोध करते हैं, और गाजा में मानवीय सहायता में उल्लेखनीय वृद्धि की मांग करते हैं. ब्रिटेन ने वेस्ट बैंक में फिलिस्तीनियों के खिलाफ हिंसक कृत्यों में शामिल कई व्यक्तियों और समूहों पर प्रतिबंध भी लगाए.