पहलगाम हमले पर अपने नेताओं की टिप्पणी से नाराज कांग्रेस हाईकमान, दिया ये सख्त संदेश

Published on: 28 Apr 2025 | Author: Mayank Tiwari
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले, जिसमें 26 लोगों की जान गई. वहीं, इस घटना के बाद कांग्रेस नेतृत्व ने सोमवार (28 अप्रैल) को अपने नेताओं को सख्त निर्देश दिए. पार्टी ने कहा कि कोई भी नेता इस मामले में पार्टी की आधिकारिक राय से अलग सार्वजनिक बयान न दे. यह निर्देश तब आया जब कुछ नेताओं के विवादास्पद बयानों ने पार्टी की स्थिति को लेकर भ्रम पैदा किया.
नेताओं के बयानों से उपजा विवाद
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले सप्ताह हुए इस आतंकी हमले के दो दिन बाद आयोजित सर्वदलीय बैठक में कांग्रेस ने केंद्र सरकार के कदमों का समर्थन करने की बात कही थी. हालांकि, कुछ नेताओं के बयानों ने विवाद खड़ा कर दिया. इंडिया टुडे टीवी के सूत्रों के अनुसार, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और वरिष्ठ नेता राहुल गांधी पार्टी लाइन से हटकर बोलने वाले नेताओं से नाराज हैं. सूत्रों ने बताया कि ऐसे नेताओं को आंतरिक रूप से फटकार लगाई गई है.
जयराम रमेश ने दी सफाई
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने एक्स पर पोस्ट कर स्थिति स्पष्ट की. उन्होंने कहा, "कुछ कांग्रेस नेता मीडिया से बात कर रहे हैं. वे अपनी व्यक्तिगत राय रखते हैं, जो INC के विचारों को प्रतिबिंबित नहीं करते. इस संवेदनशील समय में कोई भ्रम नहीं होना चाहिए कि केवल CWC प्रस्ताव मल्लिकार्जुन खड़गे और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी और अधिकृत AICC पदाधिकारियों के विचार ही INC की स्थिति को दर्शाते हैं. ऐसे में पार्टी जल्द ही इस मुद्दे पर आधिकारिक बयान जारी करने की तैयारी में है.
पहलगाम हमले की भयावहता
22 अप्रैल को लश्कर-ए-तैयबा की शाखा द रेसिस्टेंस फ्रंट (TRF) से जुड़े पांच से छह आतंकियों ने पहलगाम में 26 लोगों, मुख्य रूप से पर्यटकों, की हत्या कर दी. हमलावरों ने कथित तौर पर पीड़ितों से उनकी धार्मिक पहचान पूछी थी. इस घटना ने देश में व्यापक आक्रोश पैदा किया और भारत-पाकिस्तान संबंधों में तनाव को और बढ़ा दिया.
जानिए किन-किन नेताओं ने दिए विवादित बयान?
कर्नाटक के मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता सिद्धारमैया ने कहा, "पाकिस्तान के साथ युद्ध की जरूरत नहीं है. सुरक्षा व्यवस्था को और सख्त करना चाहिए. हम युद्ध के पक्ष में नहीं हैं. शांति होनी चाहिए, लोगों को सुरक्षा मिलनी चाहिए और केंद्र सरकार को सुरक्षा उपाय करने चाहिए. हालांकि, बाद में उन्होंने सफाई दी कि यदि आवश्यक हुआ तो भारत को पाकिस्तान के खिलाफ युद्ध करना होगा.
वहीं, महाराष्ट्र कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार ने पीड़ितों के परिवारों के दावों पर सवाल उठाया कि आतंकियों ने धर्म पूछकर हत्याएं कीं. उन्होंने कहा, "पहलगाम आतंकी हमले की जिम्मेदारी सरकार को लेनी चाहिए. वे कह रहे हैं कि आतंकियों ने धर्म पूछकर हत्याएं कीं. क्या आतंकियों के पास इतना समय है? कुछ लोग कहते हैं कि ऐसा नहीं हुआ. आतंकियों का कोई जाति या धर्म नहीं होता. जिम्मेदार लोगों की पहचान कर उचित कार्रवाई करें. यही देश की भावना है.