ऑतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस, सैन्य ताकत...ऑपरेशन सिंदूर ने कैसे बदल दी भारत की रक्षा नीति?

Published on: 18 May 2025 | Author: Sagar Bhardwaj
रक्षा मंत्रालय ने रविवार को घोषणा की कि ऑपरेशन सिंदूर ने भारत की रक्षा नीति में एक महत्वपूर्ण बदलाव को चिह्नित किया है. 22 अप्रैल को पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में शुरू किए गए इस अभियान ने त्रि-सेवा समन्वय, रणनीतिक गहराई और तकनीकी प्रभुत्व का शानदार प्रदर्शन किया. मंत्रालय ने इसे भारत की एकजुटता और भविष्य की तैयारियों का प्रतीक बताया.
रक्षा मंत्रालय ने ट्वीट में कहा, "नूर खान और रहीमयार खान वायुसेना ठिकानों पर सटीक हवाई हमलों, कैरियर बैटल ग्रुप के माध्यम से मजबूत नौसैनिक तैनाती, और सेना-बीएसएफ के प्रभावी जमीनी समन्वय के साथ, भारत ने बहु-क्षेत्रीय युद्ध में बेजोड़ क्षमता दिखाई." इस अभियान को एकीकृत कमांड एंड कंट्रोल सिस्टम (आईएसीसीएस), आकाश मिसाइल और प्रमुख सुधारों जैसे सीडीएस के नेतृत्व में डीएमए, एकीकृत थिएटर कमांड, संयुक्त लॉजिस्टिक्स नोड्स, और प्रचंड प्रहार व डेजर्ट हंट जैसे वास्तविक समय के संयुक्त अभ्यासों ने सशक्त बनाया.
2025 रक्षा सुधार वर्ष
मंत्रालय ने नोट में आगे कहा, "‘2025 रक्षा सुधार वर्ष’ के तहत सशस्त्र बलों के सुधारों के बीच, ऑपरेशन सिंदूर एक साहसिक बयान है भारत एकजुट, भविष्य के लिए तैयार और सीमा पार आतंकवाद के खिलाफ दृढ़ है." यह अभियान भारत की सैन्य ताकत और आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति को रेखांकित करता है.
भारतीय सेना ने जारी किया वीडियो
भारतीय सेना ने रविवार को ऑपरेशन सिंदूर के तहत सैन्य कार्रवाई के नए वीडियो साझा किए. सेना के वेस्टर्न कमांड के एक्स हैंडल पर साझा वीडियो में 7 मई को पाकिस्तानी क्षेत्र में हमले और गोलीबारी दिखाई गई. एक सैनिक को कहते सुना गया, "यह (ऑपरेशन सिंदूर) पहलगाम हमले से शुरू हुआ. यह गुस्सा नहीं, बल्कि भविष्य में याद रखा जाने वाला सबक सिखाने का संकल्प है. यह न्याय है, बदला नहीं."