'समलैंगिक विवाह, गर्भपात, इच्छामृत्यु चर्च की शिक्षाओं के....', पोप लियो XIV के बयान ने दुनिया को चौंकाया

Published on: 18 May 2025 | Author: Sagar Bhardwaj
कैथोलिक चर्च के नए पोप लियो XIV ने विवाह और नैतिक मुद्दों पर अपनी स्थिति स्पष्ट की है. वेटिकन में लगभग 200 राजनयिक दूतों को संबोधित करते हुए, उन्होंने कहा कि परिवार एक पुरुष और एक महिला के बीच "स्थिर संघ" पर आधारित है. समलैंगिक विवाह और गर्भपात के खिलाफ चर्च के रुख को दोहराते हुए, उन्होंने समलैंगिक कृत्यों को चर्च की शिक्षाओं के अनुसार "स्वाभाविक रूप से अव्यवस्थित" बताया. पोप ने गर्भपात और इच्छामृत्यु की निंदा की, इसे "फेंक देने वाली संस्कृति" को बढ़ावा देने वाला करार दिया.
समलैंगिक जीवनशैली को बताया कैथोलिक धर्म के साथ असंगत
एलजीबीटीक्यू+ समुदाय के कैथोलिकों का स्वागत करते हुए, पोप ने समलैंगिक जीवनशैली को कैथोलिक धर्म के साथ असंगत बताया, जैसा कि 2012 में रेव. रॉबर्ट प्रीवोस्ट ने कहा था. उन्होंने पश्चिमी मीडिया की आलोचना की, जो गर्भपात, समलैंगिक जीवनशैली और इच्छामृत्यु जैसे मुद्दों को सहानुभूतिपूर्वक चित्रित करता है. उन्होंने 2012 के एक संदेश में कहा, "वैकल्पिक परिवारों, जैसे समलैंगिक जोड़ों और उनके गोद लिए बच्चों को, आज टेलीविजन और सिनेमा में इतने सहानुभूतिपूर्ण ढंग से चित्रित किया जाता है."
एलजीबीटीक्यू+ समुदाय की प्रतिक्रिया
अमेरिका के न्यू वेज मिनिस्ट्री के प्रवक्ता फ्रांसिस डेबर्नार्डो ने पोप के बयानों पर निराशा जताई. उन्होंने कहा, "हम प्रार्थना करते हैं कि बीते 13 वर्षों में, जिनमें 12 वर्ष पोप फ्रांसिस के नेतृत्व में थे, लियो का हृदय और मन एलजीबीटीक्यू+ मुद्दों पर अधिक प्रगतिशील हुआ हो. हम इंतजार करेंगे और देखेंगे कि ऐसा हुआ है या नहीं."
दुनिया से की युद्ध बंध करने की अपील
पोप लियो XIV ने अपने उद्घाटन संबोधन में वैश्विक नेताओं से "युद्ध बंद करने" की अपील की. उन्होंने यूक्रेन संघर्ष में "स्थायी शांति" और गाजा में युद्धविराम की मांग की, लेकिन भारत-पाकिस्तान के बीच हालिया युद्धविराम की सराहना की. "मैं यूक्रेनी लोगों के दुख को अपने हृदय में रखता हूं. जितना संभव हो, जल्द से जल्द सच्ची और स्थायी शांति के लिए प्रयास किए जाएं. सभी कैदी रिहा हों. बच्चे अपने परिवारों में लौटें. मुझे गाजा में हो रहे घटनाक्रम से गहरी चोट पहुंची है," उन्होंने कहा.