187 होमगार्डों के लिए भर्ती, परीक्षा देने पहुंचे 8000 युवा, वीडियो में देखें बेरोजगारी की भयावह तस्वीर
Published on: 19 Dec 2025 | Author: Kuldeep Sharma
ओडिशा में बेरोजगारी की स्थिति कितनी गंभीर है, इसका अंदाजा संबलपुर में हुई होम गार्ड भर्ती से लगाया जा सकता है. यहां महज 187 पदों के लिए 8,000 से अधिक युवा परीक्षा देने पहुंचे.
इनमें न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता पांचवीं पास होने के बावजूद बड़ी संख्या में उच्च शिक्षित उम्मीदवार शामिल थे. इस भर्ती ने न केवल प्रशासन की तैयारियों की परीक्षा ली, बल्कि रोजगार संकट की सच्चाई भी उजागर कर दी.
187 पदों के लिए उमड़ा जनसैलाब
मंगलवार को संबलपुर पुलिस द्वारा जमदारपाली एयरस्ट्रिप पर भर्ती परीक्षा आयोजित की गई. यह परीक्षा जिले के 24 थानों में होम गार्ड के रिक्त पदों को भरने के लिए थी. सुबह से ही हजारों अभ्यर्थी कतारों में खड़े नजर आए. 187 पदों के मुकाबले 8,000 से ज्यादा उम्मीदवारों की मौजूदगी ने बेरोजगारी की भयावह स्थिति को सामने ला दिया.
कम योग्यता, फिर भी भारी प्रतिस्पर्धा
होम गार्ड पदों के लिए न्यूनतम योग्यता सिर्फ पांचवीं पास रखी गई थी. काम मुख्य रूप से पुलिस वाहनों को चलाने और बुनियादी कंप्यूटर कार्य में सहयोग का है. रोजाना 612 रुपये का मानदेय तय है. इसके बावजूद इतनी बड़ी संख्या में युवाओं का पहुंचना इस बात का संकेत है कि स्थायी और सम्मानजनक रोजगार के अवसर बेहद सीमित हो गए हैं.
उच्च शिक्षित युवा भी कतार में
भर्ती स्थल पर मौजूद कई अभ्यर्थी स्नातक, इंजीनियर, एमबीए, एमसीए, डिप्लोमा और आईटीआई पास थे. यह दृश्य चौंकाने वाला था, जहां उच्च शिक्षा हासिल करने के बाद भी युवा छोटे पदों के लिए आवेदन करने को मजबूर दिखे. स्थानीय सूत्रों के मुताबिक, कई उम्मीदवारों ने निजी क्षेत्र में नौकरी न मिलने और कम वेतन की वजह से इस परीक्षा में भाग लिया.
सुरक्षा के कड़े इंतजाम
भारी भीड़ को देखते हुए पुलिस ने व्यापक सुरक्षा व्यवस्था की थी. संबलपुर के एसपी मुकेश भामू के नेतृत्व में तीन अतिरिक्त एसपी, 24 इंस्पेक्टर, 86 सब-इंस्पेक्टर और एएसआई तैनात किए गए. इसके अलावा 100 से ज्यादा होम गार्ड और ट्रैफिक कर्मी लगाए गए. भीड़ पर नजर रखने के लिए ड्रोन से निगरानी भी की गई.
कांग्रेस ने वीडियो साझा कर लगाए आरोप
वहीं देश में बेरोजगारी को लेकर कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोला है. कांग्रेस ने ओडिशा के संबलपुर में होमगार्ड भर्ती से जुड़ा एक वीडियो साझा करते हुए कहा कि पदों से ज्यादा युवाओं का परीक्षा देना देश में रोजगार संकट की भयावह स्थिति को दिखाता है. ट्वीट में कांग्रेस ने दावा किया कि यह वीडियो सरकार की नीतियों की विफलता का सबूत है. पार्टी ने आरोप लगाया कि पढ़े-लिखे युवा छोटे पदों के लिए मजबूर हैं, फिर भी सरकार बेरोजगारी जैसे गंभीर मुद्दे पर चर्चा से बच रही है.
यहां देखें वीडियो
देश में बेरोजगारी का हाल देखिए 👇
— Congress (@INCIndia) December 19, 2025
ओडिशा में होमगार्ड के 187 पद के लिए 9,000 से ज्यादा कैंडिडेट्स ने परीक्षा दी.
ये वीडियो मोदी सरकार की विफलता का सबूत है, लेकिन नेशनल मीडिया में इसकी कोई चर्चा नहीं. pic.twitter.com/OgN4gqogRm
रोजगार नीति पर उठे सवाल
सामाजिक चिंतक कान्हू चरण बेहुरा ने इस स्थिति को राज्य की रोजगार और आर्थिक योजना की विफलता बताया. उनका कहना है कि जिला स्तर पर रोजगार योजना का अभाव, कच्चे प्राकृतिक संसाधनों का बिना स्थानीय मूल्यवर्धन के बाहर जाना और युवाओं के लिए सम्मानजनक नौकरियों की कमी इस संकट की जड़ हैं. इससे पलायन, निराशा और सामाजिक अस्थिरता बढ़ रही है.