कंधार के रावण के कुल में 'ऑपरेशन सिंदूर' के दौरान किस-किस का हुआ संहार

Published on: 10 May 2025 | Author: Sagar Bhardwaj
22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले का बदला लेने के लिए भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ ऑपरेशन सिंदूर लॉन्च किया था. इस ऑपरेशन में आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के प्रमुख मौलाना मसूद अजहर के परिवार के 10 रिश्तेदार मारे गए थे. मारे गए लोगों में मसूद अजहर की बड़ी बहन, बहनोई, भांजे की पत्नी और भांजी के अलावा पांच बच्चे शामिल थे. भारतीय सेना के इस ऑपरेशन में मसूद अजहर के बहनोई यूसुफ अजहर सहित प्रमुख आतंकी गुर्गों की का सफाया हो गया.
अल्लाह मुझे भी उठा लेता
अपने परिजनों की मौत के बाद मसूद अजहर ने रो-रोकर अल्लाह से अपने लिए मौत मांगी थी. अजहर ने कहा था कि अच्छा होता कि अल्लाह मुझे भी उठा लेता.
कंधार विमान हाईजैक का प्रमुख साजिशकर्ता था यूसुफ
बता दें कि मसूद अजहर का बहनोई यूसुफ अजहर 1999 में हुए कांधार विमान हाईजैक का प्रमुख साजिशकर्ता था. 24 दिसंबर 1999 में नेपाल के त्रिभुवन इंयरनेशनल एयरपोर्ट से इंडियन एयरलाइंस के विमान को हाईजैक कर अफगानिस्तान ले जाया गया था, ये विमान काठमांडू से दिल्ली आ रहा था. फ्लाइट नंबर IC-814 विमान में 176 यात्री सवार थे.
कंधार हाईजैक की वजह से भारत को छोड़ना पड़ा था मसूद अजहर
कंधार हाईजैक की वजह से ही भारत को खूंखार आतंकी मौलाना मसूद अजहर को छोड़ना पड़ा था. मसूद अजहर ने इसके बाद जैश ए मोहम्मद नामक आतंकी संगठन बनाया. यही वह संगठन था जिसने 2019 में पुलवामा में हमला किया था. इसके अलावा मसूद अजहर भारत में कई हमलों को अंजाम दे चुका है.