Sambit Patra Big Statement: 'अब खून और पानी साथ नहीं बहेंगे', ऑपरेशन सिंदूर पर सियासी गरमाहट, BJP ने कहा- 'ये नया भारत है...'

Published on: 12 May 2025 | Author: Ritu Sharma
Sambit Patra Big Statement: भाजपा के प्रवक्ता और सांसद डॉ. संबित पात्रा ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व की जमकर सराहना करते हुए ऑपरेशन सिंदूर को भारत की ऐतिहासिक सैन्य कार्रवाई बताया. उन्होंने कहा कि भारत ने अब न सिर्फ पाकिस्तान में घुसकर आतंकी ठिकाने तबाह किए हैं, बल्कि सिंधु जल संधि को निलंबित कर 'खून और पानी दोनों का बहाव' रोक दिया है.
'ये नया भारत है, जो दुश्मन के घर में घुसकर मारता है'
बता दें कि दिल्ली में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में संबित पात्रा ने कहा, ''यह एक असाधारण उपलब्धि है. पाकिस्तान में बहुत अंदर तक घुसकर हमला करना और उनके आतंकी शिविरों को नष्ट करना... यह नया भारत है. हम उनके अपने पिछवाड़े में हमला करते हैं.'' उन्होंने दावा किया कि यह पहली बार है जब किसी देश ने एक परमाणु हथियार संपन्न राष्ट्र की सीमा में इतनी गहराई तक घुसपैठ की है.
सिंधु जल समझौते पर ऐतिहासिक फैसला
वहीं पात्रा ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने सिंधु जल संधि को निलंबित कर पाकिस्तान को पानी की ताकत से भी घेर लिया है. उन्होंने कहा, ''50 साल में किसी ने सिंधु जल समझौते को छुआ तक नहीं, लेकिन पीएम मोदी ने उसे भी रोकने का फैसला लिया. इससे पाकिस्तान की जीडीपी पर सीधा असर पड़ेगा.'' इतना ही नहीं, भाजपा नेता ने दोनों देशों के बीच की मौजूदा स्थिति को लेकर कहा, ''यह युद्धविराम नहीं बल्कि एक आपसी समझ है और जैसे ही पाकिस्तान एक और आतंकी हमला करेगा, हम उस समझ को खत्म कर देंगे.''
आतंकी ठिकानों पर सटीक हमले
इसके अलावा, ऑपरेशन सिंदूर की सफलता पर बोलते हुए पात्रा ने बताया कि भारत ने पाकिस्तान के अंदर सभी नौ बड़े आतंकी ठिकानों को ध्वस्त किया है. उन्होंने कहा, ''हमने वहीं हमला किया जहां आतंकवादी छुपे थे. पाकिस्तान का हर इंच अब भारत की पहुंच में है.'' उन्होंने बताया कि बहावलपुर स्थित जैश-ए-मोहम्मद के मुख्यालय पर भी सटीक हमला हुआ. पात्रा ने कहा, ''पाकिस्तान ने कभी सोचा भी नहीं था कि भारत 100 किलोमीटर अंदर घुसकर वार करेगा.''
100 आतंकियों को किया ढेर
बताते चले कि, भारतीय सेना ने रविवार को जानकारी दी कि ऑपरेशन सिंदूर में कम से कम 100 आतंकियों को ढेर किया गया है. यह कार्रवाई उन शिविरों पर की गई थी जहां से आईसी-814, 26/11 और पुलवामा जैसे हमलों की साजिशें रची गई थीं.