काम का ओवर प्रेशर नहीं झेल पाया Ola का कर्मचारी, कर ली सुसाइड, फ्रेशर से करवाया 3 लोगों का काम, कंपनी ने क्या कहा?

Published on: 18 May 2025 | Author: Garima Singh
Ola Employee Committed Suicide: भाविश अग्रवाल के नेतृत्व वाली ओला कंपनी इन दिनों सुर्ख़ियों में हैं. कंपनी ने स्वीकार किया कि उनके एक युवा कर्मचारी ने 8 मई को आत्महत्या कर ली थी. यह खबर सबसे पहले दो दिन पहले रेडिट पर एक पोस्ट के जरिए सामने आई थी, जिसमें मृतक व्यक्ति के सहकर्मी ने अत्यधिक वर्क प्रेशर को इस त्रासदी का कारण बताया.
रेडिट पर मृतक के सहकर्मी ने दावा किया कि ओला में अत्यधिक कार्य दबाव के कारण यह दुखद कदम उठाया गया. पोस्ट में कहा गया, "पता नहीं यह अभी तक सार्वजनिक मुद्दा क्यों नहीं बना, मेरे एक सहकर्मी ने काम के दबाव के कारण अपनी ज़िंदगी से हार मान ली. वह क्रुट्रिम (ओला का एआई डिवीजन) में काम करता था, और 2 अन्य लोगों के साथ एक प्रोजेक्ट का नेतृत्व कर रहा था. अन्य दो लोगों ने कंपनी छोड़ दी, जिसकी वजह से उन दोनों का काम भी उसके ऊपर आ गया. . सहकर्मी ने एक अमेरिका-आधारित मैनेजर पर टॉक्सिक माहौल बनाने का आरोप लगाया.
ओला का आधिकारिक बयान
ओला क्रुट्रिम ने इस घटना पर गहरा दुख जताया है. ओला के प्रवक्ता ने कहा, 'हम अपने सबसे प्रतिभाशाली युवा कर्मचारियों में से एक के 8 मई को हुए दुखद निधन से बहुत दुखी हैं. इस कठिन समय में हमारी संवेदनाएं उनके परिवार, दोस्तों और प्रियजनों के साथ हैं." कंपनी ने बताया कि घटना के समय शख्स छुट्टी पर था.
टॉक्सिक वर्क कल्चर पर बहस
रेडिट यूजर ने क्रुट्रिम के मैनेजर पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा, 'उसे बिल्कुल भी पता नहीं है कि लोगों को कैसे मैनेज करना है. वह बस कॉल अटेंड करता है, लोगों को हर जगह डांटता है और गायब हो जाता है क्योंकि वह अमेरिका में रहता है. ज़्यादातर कर्मचारी यहीं बैंगलोर में हैं.' पोस्ट में दावा किया गया कि बैठकों में अभद्र भाषा का इस्तेमाल और नए कर्मचारियों पर अनुचित दबाव डाला जाता है. यूजर ने लिखा, 'मीटिंग्स में इस्तेमाल किए गए शब्द, खासकर नए लोगों के खिलाफ, यह सिर्फ दर्दनाक है.'
सोशल मीडिया पर आक्रोश
रेडिट पोस्ट के वायरल होने के बाद ओला के खिलाफ सोशल मीडिया पर तीखी प्रतिक्रियाएं देखने को मिली है. सहकर्मी ने दावा किया कि इस घटना के बाद भी कंपनी के व्यवहार में कोई बदलाव नहीं आया है. उन्होंने लिखा, 'इस चौंकाने वाली घटना के बाद भी, वहां के लोगों के व्यवहार में कोई बदलाव नहीं आया पोग. मैंने टीम के अन्य सदस्यों को यह कहते हुए सुना कि अगर वे यहां और रुके, तो उनका भी यही हाल होगा.'