India Pakistan Tension: राजस्थान में इंटरनेशनल बॉर्डर से पकड़ा गया पाकिस्तानी रेंजर, BSF ने की बड़ी कार्रवाई

Published on: 04 May 2025 | Author: Ritu Sharma
India Pakistan Tension: राजस्थान सीमा पर शनिवार को बीएसएफ ने एक पाकिस्तानी रेंजर को हिरासत में लिया है. यह कार्रवाई उस घटना के जवाब में आई जब 23 अप्रैल को बीएसएफ के कांस्टेबल पूर्णम कुमार साहू को पाकिस्तान रेंजर्स ने पंजाब के फिरोजपुर सेक्टर में अनजाने में सीमा पार करने पर पकड़ लिया था. साहू उस वक्त किसानों को 'जीरो लाइन' तक ले जा रहे थे और एक पेड़ के नीचे आराम करते समय पाकिस्तानी इलाके में चले गए थे.
बता दें कि पाकिस्तान आम तौर पर ऐसे मामलों में त्वरित वापसी की प्रक्रिया अपनाता है, लेकिन इस बार उन्होंने ना ही कोई समयसीमा तय की है और ना ही कांस्टेबल साहू की स्थिति की पुष्टि की है. भारत ने इस पर आधिकारिक विरोध जताया है लेकिन पाक की प्रतिक्रिया 'अस्पष्ट' रही है.
एलओसी पर सबसे बड़ा संघर्ष विराम उल्लंघन
वहीं पाक रेंजर की गिरफ्तारी के कुछ ही घंटों बाद, पाकिस्तान की कई चौकियों से 3-4 मई की रात एलओसी के कई सेक्टरों में अचानक भारी फायरिंग शुरू हो गई. इसमें कुपवाड़ा, बारामुल्ला, पुंछ, राजौरी, मेंढर, नौशेरा, सुंदरबनी और अखनूर जैसे इलाके शामिल रहे. भारतीय सेना ने जवाब में जोरदार कार्रवाई की. यह हालिया समय का सबसे बड़ा सीजफायर उल्लंघन माना जा रहा है.
साहू की पत्नी की भावुक अपील
बताते चले कि कांस्टेबल साहू की पत्नी रजनी, जो गर्भवती हैं, अपने बेटे और परिवार के साथ पश्चिम बंगाल के हुगली जिले से पंजाब पहुंचीं. उन्होंने फिरोजपुर में साहू की यूनिट के अधिकारियों से मुलाकात की और उनके सुरक्षित लौटने की गुहार लगाई.
पहलगाम हमले के बाद बढ़ा तनाव
22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 लोग मारे गए थे, जिसके लिए भारत ने पाकिस्तान समर्थित लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े गुट को जिम्मेदार ठहराया. इसी के बाद से दोनों देशों के रिश्तों में तल्खी बढ़ी है.
भारत के कड़े कदम
इसके अलावा, भारत ने सिंधु जल संधि को निलंबित कर दिया है, अटारी-वाघा सीमा बंद कर दी गई है, राजनयिक वापस बुला लिए गए हैं और पाकिस्तानी आयात पर रोक लगा दी गई है. साथ ही पाकिस्तानी जहाजों और डाक सेवाओं को भी बंद कर दिया गया है. तनाव के बीच पाकिस्तान ने अब्दाली बैलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण किया, जिसकी रेंज 450 किलोमीटर बताई गई है. भारत ने इस कदम को 'स्पष्ट उकसावा' बताया है.