Pakistan Earthquake: पाकिस्तान में लगातार आ रहे भूकंप प्राकृतिक या जमीन के अंदर से परमाणु युद्ध की चल रहा है चाल!

Published on: 13 May 2025 | Author: Garima Singh
Pakistan Earthquake: पाकिस्तान में 12 मई को दोपहर 1:26 बजे रिक्टर स्केल पर 4.6 तीव्रता का भूकंप दर्ज आया. इस भूकंप ने इलाके में भूकंपीय गतिविधियों की श्रृंखला को और बढ़ा दिया.
यह भूकंप हाल ही में आए दो अन्य भूकंपों 5.7 और 4.0 तीव्रता के बाद आया है, जिसने विशेषज्ञों और आम लोगों के बीच कई सवाल खड़े कर दिए हैं. क्या यह महज प्राकृतिक घटना है, या इसके पीछे कुछ और गंभीर कारण छिपा है?
"EQ of M: 4.6, On: 12/05/2025 13:26:32 IST, Lat: 29.12 N, Long: 67.26 E, Depth: 10 Km, Location: Pakistan," posts National Center for Seismology (@NCS_Earthquake). pic.twitter.com/F34yGzdDCq
— Press Trust of India (@PTI_News) May 12, 2025
उथले भूकंप ने बढ़ाई चिंता
10 किलोमीटर की गहराई पर आए इस भूकंप ने विशेषज्ञों को चौंका दिया है. विशेषज्ञों का कहना है, 'ऐसे उथले भूकंप सतह पर अधिक कंपन पैदा करते हैं, जिससे विनाश की संभावना बढ़ जाती है.' पाकिस्तान, जो भारतीय और यूरेशियन टेक्टोनिक प्लेटों की सक्रिय सीमा पर स्थित है, भूकंपीय गतिविधियों के लिए संवेदनशील रहा है. लेकिन हाल के दिनों में भूकंपों की आवृत्ति और तीव्रता ने चिंता को और गहरा कर दिया है.
परमाणु दुर्घटना की अटकलें
भूकंप का केंद्र पाकिस्तान की प्रमुख परमाणु सुविधाओं के पास होने के कारण कई अटकलें सामने आई हैं. कुछ पर्यवेक्षकों का मानना है कि ये भूकंप प्राकृतिक नहीं, बल्कि परमाणु स्थलों पर किसी दुर्घटना या भूमिगत परमाणु परीक्षण का परिणाम हो सकते हैं. 'भूकंप का केंद्र प्रमुख परमाणु सुविधाओं के पास है," इन अटकलों को बल तब मिला, जब खबर आई कि राष्ट्रीय परमाणु सुरक्षा प्रशासन का B350 विमान पाकिस्तान के परमाणु भंडार का ऑडिट और रेडियोधर्मी रिसाव की जांच कर रहा है.
क्या है भूकंपों का रहस्य?
हाल के भूकंपों ने न केवल भूकंपीय विशेषज्ञों, बल्कि आम लोगों के बीच भी चर्चा छेड़ दी है. कुछ लोग इन घटनाओं को पाकिस्तान के परमाणु हथियार कार्यक्रम से जोड़कर देख रहे हैं. क्या ये भूकंप किसी रिसाव या परमाणु ढांचे में खराबी का संकेत हैं? हालांकि, इन सिद्धांतों की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन लगातार भूकंपीय गतिविधियों ने क्षेत्रीय और वैश्विक स्तर पर चिंता बढ़ा दी है.