पहलगाम हमले और भारत के विरोध के बाद भी पाकिस्तान को क्यों दिया कर्ज? IMF ने बताया

Published on: 22 May 2025 | Author: Sagar Bhardwaj
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने 22 मई को पाकिस्तान को दिए गए बेलआउट पैकेज का बचाव करते हुए कहा कि उसका कार्यकारी बोर्ड इस बात से संतुष्ट है कि पाकिस्तान ने फंडिंग के लिए निर्धारित सभी लक्ष्यों को पूरा किया है.
एक मीडिया चैनल के सवाल के जवाब में आईएमएफ ने बताया कि सितंबर 2024 में पाकिस्तान के लिए विस्तारित कोष सुविधा (EAF) कार्यक्रम को मंजूरी दी गई थी, और पहली समीक्षा 2025 की पहली तिमाही के लिए निर्धारित थी. आईएमएफ ने कहा, "हमारे कार्यकारी बोर्ड ने 9 मई को समीक्षा पूरी की और इसके परिणामस्वरूप पाकिस्तान को वितरण प्राप्त हुआ." यह प्रक्रिया कार्यक्रमों की प्रगति का आकलन करने के लिए नियमित समीक्षाओं का हिस्सा है, जिसमें यह देखा जाता है कि शर्तें पूरी हुई हैं या नीतिगत बदलावों की जरूरत है.
पाकिस्तान की शर्तों पर संतुष्टि
आईएमएफ ने कहा, "पाकिस्तान के मामले में, हमारा बोर्ड संतुष्ट था कि पाकिस्तान ने सभी लक्ष्यों को पूरा किया है." आईएमएफ संचार विभाग की निदेशक जूली कोज़ैक ने स्पष्ट किया, "मैं तीन महत्वपूर्ण बिंदु रखना चाहती हूं. आईएमएफ का वित्तपोषण केवल भुगतान संतुलन समस्याओं के समाधान के लिए है. सभी ईएफएफ वितरण सीधे पाकिस्तान के केंद्रीय बैंक के भंडार में जाते हैं. इन फंड्स का उपयोग सरकारी बजट वित्तपोषण के लिए नहीं होता. केंद्रीय बैंक से सरकार को उधार देने की सीमा शून्य है. कार्यक्रम में राजकोषीय प्रबंधन में सुधार के लिए संरचनात्मक सुधार शामिल हैं." उन्होंने चेतावनी दी, "इन शर्तों से कोई विचलन भविष्य की समीक्षाओं को प्रभावित करेगा."
बेलआउट पैकेज का विवरण
9 मई को आईएमएफ के कार्यकारी बोर्ड ने पाकिस्तान को 1 बिलियन डॉलर (लगभग 8,500 करोड़ रुपये) का तत्काल वितरण मंजूर किया. यह 37 महीने के ईएफएफ कार्यक्रम का हिस्सा है, जिसे 25 सितंबर, 2024 को मंजूरी दी गई थी, और इसमें कुल 7 बिलियन डॉलर का वितरण होगा. अब तक 2.1 बिलियन डॉलर वितरित किए जा चुके हैं.
भारत-पाक तनाव पर चिंता
आईएमएफ ने भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव और मानवीय क्षति पर खेद जताया और शांतिपूर्ण समाधान की उम्मीद की. अगली किश्त के लिए आईएमएफ ने 11 नई शर्तें जोड़ी हैं, जिससे कुल शर्तों की संख्या 50 हो गई है.