पाकिस्तान के साथ तनाव के बीच भारत आएगा ‘तमाल’, रूस से मिलेगा स्टील्थ युद्धपोत

Published on: 06 May 2025 | Author: Shilpa Srivastava
India Stealth Frigate Warship: भारत को रूस से अपना दूसरा एडवांस वारशिप मिलने वाला है. यह नया युद्धपोत स्टील्थ फ्रिगेट है, आसान भाषा में समझें तो दुश्मनों के लिए इसे रडार पर पहचान पाना मुश्किल है. यह आधुनिक हथियारों और सेंसर से लैस होगा. यह जहाज आईएनएस तुशील की तर ह है जो अपनी तरह का पहला था. बता दें कि तुशील को पिछले साल दिसंबर में भारतीय नौसेना में शामिल किया गया था.
नए युद्धपोत का नाम आईएनएस तमाल है और इसका वजन करीब 3,900 टन है. फिलहाल रूस के कलिनिनग्राद में इसकी लास्ट टेस्टिंग चल रही है. इन टेस्टिंग में फायरिंग हथियार शामिल हैं, जिससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि सब कुछ सही तरह से काम कर रहा है. अगले कुछ हफ्तों में सभी टेस्टिंग पूरी होने के बाद जहाज को भारत को सौंप दिया जाएगा.
भारत ने रूस के साथ किया था समझौता:
भारत ने अक्टूबर 2016 में रूस के साथ चार एडवांस फ्रिगेट खरीदने के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए थे. इनमें से दो, आईएनएस तमाल और आईएनएस तुशील हैं जो रूस में करीब 8,000 करोड़ रुपये की लागत से बनाए जा रहे हैं. बाकी के दो जिनका नाम त्रिपुट और तवस्या है, रूसी तकनीक की मदद से गोवा शिपयार्ड में बनाए जा रहे हैं.
इन दोनों जहाजों की कीमत करीब 13,000 करोड़ रुपये होगी. ये युद्धपोत पानी, हवा और यहां तक कि समुद्र में भी पावरफुल ऑपरेशन के लिए बनाए गए हैं. ये ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइलों से लैस हैं, जो अब 450 किलोमीटर दूर तक के लक्ष्यों को भेद सकती है. इनमें सतह से हवा में वार करने वाली मिसाइलें, टॉरपीडो और एंटी-सबमरीन रॉकेट भी हैं. ये 30 नॉट (करीब 55 किलोमीटर प्रति घंटे) से ज्यादा की स्पीड से चल सकती हैं.
कामोव-28 और कामोव-31 जैसे एडवांस हेलीकॉप्टर हैं. ये हेलीकॉप्टर दुश्मन की पनडुब्बियों का पता लगाने और समय रहते चेतावनी देने में मदद करते हैं. भारत अपनी अंडरवाटर पावर में भी सुधार कर रहा है. सोमवार को नौसेना ने भारत में बनी खास अंडरवाटर माइंस की टेस्टिंग की. यह दुश्मन की पनडुब्बियों और जहाजों को नष्ट कर सकती हैं. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि इससे भारत की नौसेना और भी मजबूत होगी.