तुर्की में 40 साल से चल रही लड़ाई थमी, कुर्दिश PKK ने सशस्त्र संघर्ष को समाप्त करने और संगठन को भंग करने का लिया फैसला

Published on: 12 May 2025 | Author: Mayank Tiwari
कुर्दिस्तान वर्कर्स पार्टी (पीकेके) ने सोमवार (12 मई) को एक ऐतिहासिक घोषणा की, जिसमें उसने अपने संगठन को भंग करने और सशस्त्र संघर्ष को समाप्त करने का फैसला किया. प्रो-कुर्द समाचार एजेंसी फिरात न्यूज एजेंसी के अनुसार, पीकेके ने बयान जारी कर कहा, "पीकेके की 12वीं कांग्रेस ने संगठन की संरचना को भंग करने और सशस्त्र संघर्ष की पद्धति को खत्म करने का निर्णय लिया है. इस प्रक्रिया को संगठन के कैद नेता अब्दुल्ला ओजालान के नेतृत्व में पूरा किया जाएगा. बयान में यह भी कहा गया कि "पीकेके के नाम से किए गए कार्य अब समाप्त हो चुके हैं."
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, कुर्दिस्तान वर्कर्स पार्टी (पीकेके) ने कहा है कि कुर्दिश उग्रवादी समूह जल्द ही अपनी गतिविधियां बंद करने की योजना बना रहा है, जैसा कि संगठन से जुड़ी समाचार एजेंसियों ने सोमवार को बताया. यह घोषणा देश में जातीय कुर्दों की स्वायत्तता को लेकर तुर्की सरकार के साथ चार दशकों के सशस्त्र संघर्ष के बाद आई है.
लगभग पांच दशकों का संघर्ष
दरअसल, साल 1978 में अब्दुल्ला ओजालान द्वारा स्थापित पीकेके ने तुर्की के दक्षिण-पूर्व में एक स्वतंत्र कुर्द राज्य की स्थापना के लिए लगभग पांच दशकों तक तुर्की के साथ संघर्ष किया. इस संघर्ष में हजारों लोगों की जान गई. हाल के सालों में, संगठन ने स्वतंत्र राज्य की मांग छोड़कर तुर्की के भीतर अधिक स्वायत्तता की मांग शुरू की थी. मार्च में, ओजालान के हथियार डालने और संगठन भंग करने के आह्वान के बाद पीकेके ने तत्काल युद्धविराम की घोषणा की थी.
कुर्द मुद्दे का निकला लोकतांत्रिक समाधान
पीकेके ने अपने हालिया सम्मेलन में कहा, "12वीं पीकेके कांग्रेस ने पीकेके की संगठनात्मक संरचना को भंग करने और सशस्त्र संघर्ष की पद्धति को समाप्त करने का फैसला किया है." उन्होंने आगे कहा, "हालिया शिखर सम्मेलन ने कुर्द मुद्दे को लोकतांत्रिक राजनीति के माध्यम से समाधान के बिंदु तक पहुंचाया, जिससे इसकी ऐतिहासिक जिम्मेदारी पूरी हुई." यह फैसला ओजालान के उस आह्वान का जवाब प्रतीत होता है, जिसमें उन्होंने हथियार छोड़ने की बात कही थी। ओजालान 1999 से इस्तांबुल के पास एक द्वीप पर कैद हैं.
PKK के सरेंडर पर क्या बोली तुर्की सरकार?
तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तईप एर्दोगन ने इस फैसले के संकेत पहले ही दे दिए थे. उन्होंने कहा, "हम आतंक-मुक्त तुर्की के लक्ष्य की ओर मजबूत कदमों के साथ आगे बढ़ रहे हैं." तुर्की, संयुक्त राज्य अमेरिका और यूरोपीय संघ ने पीकेके को आतंकवादी संगठन घोषित किया है. वहीं, दूसरी ओर, तुर्की सरकार पर कुर्द गांवों और शहरों को नष्ट करने और नागरिकों को विस्थापित करने का आरोप भी लगता रहा है.
जानिए कुर्द कौन हैं?
बता दें कि, कुर्द लगभग 30 मिलियन की आबादी वाला एक जातीय समूह है, जो प्रथम विश्व युद्ध के बाद पश्चिमी सहयोगियों द्वारा सीमाओं के पुनर्निर्धारण के कारण तुर्की, इराक, सीरिया और ईरान में बंट गया. पीकेके ने शुरू में स्वतंत्र कुर्द राज्य की मांग की थी, लेकिन 1990 के दशक में उसने तुर्की के भीतर स्वायत्तता की मांग शुरू की.