प्रधानमंत्री मोदी और त्रिनिदाद का पुराना नाता, 25 साल पहले विश्व हिंदू सम्मेलन में लिया था हिस्सा

Published on: 04 Jul 2025 | Author: Gyanendra Sharma
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कैरिबियाई सागर में बसे त्रिनिदाद और टोबैगो के दो दिवसीय दौरे पर हैं. इस दौरान उन्होंने भारतीय मूल के समुदाय को संबोधित करते हुए कहा कि त्रिनिदाद में भारतीय समुदाय की यात्रा साहस, धैर्य और संघर्ष की प्रेरक मिसाल है. उन्होंने कहा कि जिन परिस्थितियों में भारतीय लोग इस देश में आए, वे किसी भी मजबूत आत्मा को तोड़ सकती थीं, लेकिन उन्होंने हिम्मत और उम्मीद के साथ हर चुनौती का सामना किया. यह यात्रा भले ही प्रधानमंत्री के रूप में उनकी पहली त्रिनिदाद यात्रा हो लेकिन उनका इस देश से 25 साल पुराना गहरा रिश्ता है.
साल 1999 में नरेंद्र मोदी ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के महासचिव के रूप में त्रिनिदाद और टोबैगो की यात्रा की थी. अगस्त 2000 में उन्होंने राजधानी पोर्ट-ऑफ-स्पेन में विश्व हिंदू सम्मेलन द्वारा आयोजित एक वैश्विक सम्मेलन में हिस्सा लिया था. इस सम्मेलन में विश्व भर से हिंदू समुदाय के प्रतिनिधि शामिल हुए थे. सम्मेलन का विषय था हिंदू धर्म और समकालीन विश्व समस्याएं विकासशील तकनीक और मानवता की चुनौतियां. इस आयोजन में त्रिनिदाद और टोबैगो के तत्कालीन प्रधानमंत्री बासदेव पांडे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के तत्कालीन सरसंघचालक के. सुदर्शन और आरएसएस के कई वरिष्ठ नेता भी मौजूद थे.
सम्मेलन में हुई थी वैश्विक मुद्दों पर चर्चा
पोर्ट-ऑफ-स्पेन में आयोजित इस सम्मेलन में वैश्विक स्तर पर हिंदू धर्म की भूमिका और समकालीन चुनौतियों पर गहन चर्चा हुई. नरेंद्र मोदी ने इस मंच से हिंदू धर्म के मूल्यों और इसके वैश्विक योगदान पर अपने विचार रखे थे. उस समय बीजेपी के एक प्रमुख नेता के रूप में उनकी उपस्थिति ने सम्मेलन को और महत्वपूर्ण बना दिया था. इस आयोजन ने न केवल हिंदू समुदाय को एकजुट करने में मदद की, बल्कि भारतीय डायस्पोरा के बीच सांस्कृतिक और आध्यात्मिक संबंधों को भी मजबूत किया.
Today’s community programme in Port of Spain was made even more special by the distinguished presence of Prime Minister Kamla Persad-Bissessar. I thank her for the kind words and the emphasis on strong India-Trinidad & Tobago friendship. 🇮🇳 🇹🇹 pic.twitter.com/sSlnygcCvA
— Narendra Modi (@narendramodi) July 4, 2025
अपने वर्तमान दौरे के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने त्रिनिदाद और टोबैगो में भारतीय समुदाय की ऐतिहासिक यात्रा को याद किया. उन्होंने कहा कि 19वीं सदी में गिरमिटिया मजदूरों के रूप में यहां आए भारतीयों ने कठिन परिस्थितियों में भी अपनी संस्कृति, परंपराओं और मेहनत से एक नई पहचान बनाई. आज त्रिनिदाद और टोबैगो में भारतीय मूल के लोग देश की अर्थव्यवस्था, संस्कृति और राजनीति में महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं.
25 साल बाद पीएम बनकर लौटे
25 साल बाद उसी धरती पर लौटकर पीएम नरेंद्र मोदी ने त्रिनिदाद के भारतीय समुदाय के योगदान की सराहना की. उन्होंने अपने संबोधन में भारत और त्रिनिदाद के बीच ऐतिहासिक और सांस्कृतिक रिश्तों को और मजबूत करने पर जोर दिया. इस दौरे का उद्देश्य दोनों देशों के बीच व्यापार, संस्कृति और कूटनीतिक संबंधों को बढ़ावा देना भी है.