Russia Ukraine Airstrike: कीव पर रूस का सबसे बड़ा हवाई हमला, 550 ड्रोन और मिसाइल दागकर यूक्रेन में मचाई तबाही

Published on: 04 Jul 2025 | Author: Sagar Bhardwaj
Russia Ukraine Airstrike: रूस ने शुक्रवार को यूक्रेन की राजधानी कीव पर अब तक का सबसे बड़ा हवाई हमला किया. यूक्रेन की वायु सेना के मुताबिक, इस हमले में कुल 550 ड्रोन और मिसाइलें दागी गईं, जिनमें अधिकतर ईरान निर्मित ‘शाहिद’ ड्रोन शामिल थे. इस हमले में कम से कम 23 नागरिक घायल हुए, जिनमें से 14 को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा. राजधानी के कई इलाकों में हमले के चलते भारी क्षति हुई है.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कीव में रात भर ड्रोन की भनभनाहट, विस्फोट और मशीन गन की लगातार फायरिंग की आवाजें सुनाई देती रहीं. यूक्रेनी सेना ने हमले को रोकने के लिए पूरी ताकत झोंक दी. कीव के मेयर विटाली क्लिट्स्को ने बताया कि हमला शहर के कई हिस्सों को प्रभावित करने वाला था और इसके निशाने पर नागरिक इन्फ्रास्ट्रक्चर था.
इमारतों और गाड़ियों को पहुंचा नुकसान
यूक्रेनी वायु रक्षा प्रणाली ने 270 लक्ष्यों को मार गिराया, जिनमें दो क्रूज मिसाइलें भी शामिल थीं. इसके अलावा 208 लक्ष्य रडार से गायब हो गए, जिन्हें यूक्रेनी अधिकारियों ने "जाम" कर दिए जाने की संभावना जताई है. इंटरसेप्ट किए गए ड्रोन का मलबा राजधानी में कम से कम 33 स्थानों पर गिरा, जिससे कई इमारतों और गाड़ियों को नुकसान पहुंचा.
हमले में इन स्थानों पर साधा निशाना
रूसी सेना ने हमले में 9 मिसाइलों और 63 ड्रोन का उपयोग करते हुए आठ अलग-अलग स्थानों को सफलतापूर्वक निशाना बनाया. इन हमलों का उद्देश्य यूक्रेन की सैन्य और ऊर्जा संरचनाओं को नुकसान पहुंचाना बताया गया है.
ट्रंप और पुतिन की हुई बात
इसी बीच अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच एक कॉल हुई. ट्रंप ने संवाददाताओं को बताया कि बातचीत लंबी थी और इसमें ईरान और यूक्रेन युद्ध जैसे मुद्दे शामिल थे. हालांकि, उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि बातचीत में शांति प्रक्रिया को लेकर कोई ठोस प्रगति नहीं हुई.
सैन्य उद्देश्यों से नहीं हटेगा पीछे
ट्रंप ने कहा, “मैं इस युद्ध से खुश नहीं हूं, लेकिन आज की बातचीत में कोई सफलता नहीं मिली.” दूसरी ओर, अल जज़ीरा की एक रिपोर्ट के अनुसार, पुतिन ने अपनी पुरानी स्थिति दोहराते हुए कहा कि रूस अपने "सैन्य उद्देश्यों से पीछे नहीं हटेगा" और युद्ध के "मूल कारणों को समाप्त करने" की दिशा में रूस का रुख अडिग है.