'इंदौर रहने के लिए सबसे बेस्ट', जर्मन व्लॉगर ने जारी की भारतीय शहरों की रैंकिंग, जानें किसे बताया सबसे बेकार?

Published on: 04 Jul 2025 | Author: Garima Singh
German vlogger ranks Indian cities: जर्मनी के एक ट्रैवेल व्लॉगर अलेक्जेंडर वेल्डर ने हाल ही में भारत की अपनी यात्रा पूरी की. उन्होंने इंस्टाग्राम पर अपने फॉलोवर्स के साथ इस यात्रा के अनुभव साझा किए, जिसमें भारत के विभिन्न शहरों की खूबियां, कमियां और अनोखे पहलू शामिल हैं. उनकी यह पोस्ट, जो 16 जून को प्रकाशित हुई, भारतीय शहरों की रेटिंग और उनके व्यक्तिगत विचारों से भरी है. आइए, उनके अनुभवों को करीब से जानें.
मुंबई: जीवंत लेकिन चुनौतीपूर्ण रेटिंग: 6/10
मुंबई की चमक-धमक ने अलेक्जेंडर को आकर्षित किया, खासकर इसका लज़ीज भोजन. उन्होंने लिखा, "मुझे यहां का खाना बहुत पसंद आया!" एक स्थानीय दोस्त की मदद से उन्होंने मुंबई की पाक-कला की गहराई को समझा. हालांकि, प्रदूषण और समुद्र तटों से आने वाली गंध ने उन्हें निराश किया. उन्होंने कहा, "मेरी सबसे बड़ी समस्या प्रदूषण और समुद्र या पानी के आस-पास हर जगह से आने वाली तेज़ गंध थी. और भीड़-भाड़ वाले समय में लोकल ट्रेनें पूरी तरह से तबाही मचा देती हैं." यह शहर उनके लिए ऊर्जावान लेकिन थोड़ा बोझिल रहा.
इंदौर: स्वच्छता का अनमोल रत्न, रेटिंग: 8.5/10
इंदौर ने अलेक्जेंडर का दिल जीत लिया. उन्होंने इसे "एक बेहतरीन साफ-सुथरा शहर" बताया, जहां "कोई पर्यटक नहीं है और खाना बढ़िया है." उनकी राय में, यह भारत के सबसे रहने योग्य शहरों में से एक है. हालांकि, पर्यटकों के लिए यहां ज्यादा गतिविधियां नहीं हैं. उन्होंने सुझाव दिया, "यहां 2 दिन काफी हो सकते हैं, क्योंकि यहां करने के लिए वास्तव में ज्यादा कुछ नहीं है." फिर भी, इसकी स्वच्छता और आतिथ्य ने उन्हें प्रभावित किया.
मथुरा: उत्सव के रंग, लेकिन सीमित आकर्षण, रेटिंग: 4/10
मथुरा का अनुभव अलेक्जेंडर के लिए मिला-जुला रहा. होली के उत्सव और स्थानीय लोगों से मुलाकात ने उनकी यात्रा को यादगार बनाया, लेकिन शहर की अराजकता ने उन्हें निराश किया. उन्होंने कहा, "होली के अलावा, मुझे नहीं लगता कि मैं वास्तव में वहां जाने की सलाह दूंगा." शाकाहारी भोजन की सीमित विविधता और गुणवत्ता की कमी ने भी उनकी रेटिंग को प्रभावित किया.
आगरा: ताजमहल की छाया में सुकून, रेटिंग: 8/10
आगरा ने अलेक्जेंडर को सुखद आश्चर्य दिया. उन्होंने उम्मीद से कम अव्यवस्था और बेहतर सुविधाओं की सराहना की. "मैंने जितना सोचा था, उससे कहीं कम अव्यवस्था थी," उन्होंने लिखा. ताजमहल के नजदीक किफायती आवास, नई मेट्रो की सुविधा और स्वादिष्ट भोजन ने उनके अनुभव को समृद्ध किया.
वाराणसी: आध्यात्मिकता और अराजकता का संगम, रेटिंग: 7/10
वाराणसी को अलेक्जेंडर ने "आध्यात्मिकता के मामले में एक ऐसा शहर, जो अन्य किसी भी शहर जैसा है, लेकिन अराजकता भी है". इस शहर की प्राकृतिक और जीवंत ऊर्जा ने उन्हें जीवन में एक बार देखने योग्य अनुभव दिया.
दिल्ली: आधुनिकता और शांति का मिश्रण, रेटिंग: 7.5/10
दिल्ली ने अलेक्जेंडर की उम्मीदों को तोड़ा. उन्होंने लिखा, "आश्चर्यजनक रूप से, मुझे दिल्ली में बिताया गया ज़्यादातर समय अच्छा लगा, शायद इसलिए क्योंकि मैंने अपना ज़्यादातर समय दक्षिण में बिताया, जहां कॉफ़ी और क्लब का माहौल बन रहा है, सड़कें साफ़ हैं और माहौल ज़्यादा शांतिपूर्ण है." दक्षिण दिल्ली का आधुनिक और शांत माहौल उनके लिए आकर्षण का केंद्र रहा.