पाकिस्तान में है आतंकी मसूद अजहर? इंटरव्यू में बिलावल भुट्टो ने कबूला चौंकाने वाला सच

Published on: 04 Jul 2025 | Author: Sagar Bhardwaj
पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री और पीपीपी नेता बिलावल भुट्टो ने जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर को लेकर ऐसा बयान दिया है, जिसने सबको हैरान कर दिया. अलजजीरा को दिए साक्षात्कार में बिलावल ने कहा, "हमें नहीं पता कि मसूद अजहर कहां है. अगर भारत हमें जानकारी दे, तो हम कार्रवाई कर सकते हैं." यह बयान तब आया जब सभी जानते हैं कि जैश-ए-मोहम्मद का मुख्यालय पाकिस्तान के बहावलपुर में है, जहां मसूद अजहर खुले तौर पर सक्रिय रहा है.
मसूद अजहर का आतंकी इतिहास
मसूद अजहर संयुक्त राष्ट्र द्वारा घोषित आतंकी है और जैश-ए-मोहम्मद का सरगना है. पिछले साल वह बहावलपुर में एक समारोह में भारत के खिलाफ जहर उगलते नजर आया था. भारत ने हाल ही में ऑपरेशन सिंदूर के दौरान बहावलपुर में जैश के मुख्यालय को मिसाइल हमले में नष्ट किया था. इसके बावजूद, बिलावल ने दावा किया कि मसूद शायद अफगानिस्तान में है. उन्होंने कहा, "ऐसा हमारा मानना है कि वो इस वक्त अफगानिस्तान में है. अगर भारत सरकार हमारे साथ जानकारी साझा करती है कि वो पाकिस्तान की धरती पर है, तो हम उसे गिरफ्तार करने में काफी खुश होंगे."
हाफिज सईद पर भी सफाई
अलजजीरा के पत्रकार श्रीनिवासन जैन ने बिलावल से हाफिज सईद और मसूद अजहर जैसे आतंकियों के खिलाफ पाकिस्तान की कार्रवाई पर सवाल उठाया. न्यूयॉर्क टाइम्स की मई 2025 की रिपोर्ट का हवाला देते हुए बिलावल से पूछा गया कि हाफिज सईद आजाद है तो बिलावल ने जवाब दिया, "यह तथ्यात्मक रूप से गलत है. हाफिज सईद पाकिस्तान सरकार की हिरासत में है." मसूद अजहर के बारे में उन्होंने कहा, "अफगान जिहाद के संदर्भ में इसके इतिहास को देखते हुए, हम उसकी पहचान और गिरफ्तारी में असमर्थ हैं."
In a bombshell admission, top Pakistani politician Bilawal Bhutto tells me his government is unclear of the whereabouts of the UN-designated terrorist Masood Azhar.
— Sreenivasan Jain (@SreenivasanJain) July 4, 2025
Azhar’s group is said to be behind some of the deadliest attacks on India.
Watch my full interview with Bilawal… pic.twitter.com/BfPWW2Xaqv
पाकिस्तान की जवाबदेही पर सवाल
बिलावल ने दावा किया कि अगर भारत मसूद की लोकेशन के सबूत दे, तो पाकिस्तान कार्रवाई करेगा. उन्होंने कहा, "पाकिस्तान के लिए यह संभव नहीं है कि वह अफगानिस्तान जाए और वह करे जो NATO नहीं कर पाया." यह बयान भारत और वैश्विक समुदाय के लिए सवाल खड़े करता है, क्योंकि मसूद की मौजूदगी पाकिस्तान में सर्वविदित है.