भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव कम करने की कोशिश में जुटा साऊदी अरब, पीएम शहबाज के साथ बैठक

Published on: 10 May 2025 | Author: Gyanendra Sharma
भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर है. 22 अप्रैल, 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद हालात बिगड़ गए हैं. इस हमले में पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठनों ने 26 भारतीय पर्यटकों की निर्मम हत्या कर दी. जवाब में भारत ने 7 मई, 2025 को पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) में आतंकी ठिकानों पर सटीक हमले किए, जिन्हें 'ऑपरेशन सिंदूर' का नाम दिया गया.
सीमा पर पाकिस्ता और भारत के बीच तनाव हर दिन बढ़ता जा रहा है. दोनों तरफ से भीषण गोलीबारी जारी है. इस बीच सऊदी अरब दोनों देशों के बीच तनाव कम करने की कोशिश में जुटा है. सऊदी अरब भारत और पाकिस्तान दोनों के साथ मजबूत संबंध रखता है. सऊदी अरब के उप विदेश मंत्री आदिल अल-जुबैर ने शुक्रवार, को इस्लामाबाद में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर के साथ मीटिंग की है. इस मुलाकात का उद्देश्य दोनों देशों के बीच बढ़ती तल्खी को कम करना और युद्ध की आशंका को टालना था.
इससे पहले, गुरुवार, 8 मई को आदिल अल-जुबैर ने नई दिल्ली में भारतीय विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाकात की थी. इन बैठकों में पहलगाम हमले, भारत की जवाबी कार्रवाई और क्षेत्रीय स्थिरता जैसे मुद्दों पर गहन चर्चा हुई. सऊदी अरब की यह पहल दर्शाती है कि वह दोनों देशों के बीच मध्यस्थता कर एक संतुलित और शांतिपूर्ण समाधान की दिशा में काम करना चाहता है.
पहलगाम हमला: तनाव की जड़
पहलगाम में हुआ आतंकी हमला न केवल एक क्रूर कृत्य था, बल्कि यह कश्मीर में पर्यटन और शांति को निशाना बनाने की साजिश का हिस्सा था. इस हमले की जिम्मेदारी 'द रेजिस्टेंस फ्रंट' (TRF) ने ली, जिसे लश्कर-ए-तैयबा का एक सहयोगी संगठन माना जाता है. हमले में 25 भारतीय और एक नेपाली नागरिक की जान गई, जिसमें पर्यटकों के साथ-साथ नौसेना और खुफिया विभाग के अधिकारी भी शामिल थे. इस घटना ने भारत ने पाकिस्ता में घुसकर 9 आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया.