भारत और पाकिस्तान के DGMO में हुई बातचीत, सीमा पर सैनिकों की संख्या कम करने के उपाय करने पर बनी सहमति

Published on: 12 May 2025 | Author: Gyanendra Tiwari
भारत और पाकिस्तान के बीच हाल ही में एक महत्वपूर्ण सैन्य वार्ता हुई जिसमें दोनों देशों ने सीमा पर तनाव को कम करने की दिशा में सकारात्मक कदम उठाने पर सहमति जताई. यह बातचीत दोनों देशों के सैन्य अभियानों के महानिदेशकों (DGMOs) के बीच हॉटलाइन के माध्यम से सोमवार शाम 5 बजे हुई.
यह बातचीत पहले दोपहर 12 बजे शुरू होनी थी, लेकिन यह शाम 5 बजे शुरू हुई. इससे पहले शनिवार रात को पाकिस्तानी सेना द्वारा समझौते का उल्लंघन किया गया था, लेकिन रविवार की रात पहली बार 19 दिनों में पूरी तरह शांत रही. भारतीय सेना के अनुसार, “जम्मू-कश्मीर और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर स्थिति सामान्य और शांतिपूर्ण रही.”
गोलीबारी रोकने और आक्रामक कार्रवाई से बचने पर बनी सहमति
इस बातचीत में दोनों पक्षों ने यह संकल्प लिया कि वे एक-दूसरे के खिलाफ किसी भी प्रकार की गोलीबारी या आक्रामक कार्रवाई नहीं करेंगे. बातचीत के दौरान यह साफ किया गया कि दोनों देशों को शांति बनाए रखने के लिए आपसी समझौते का पालन करना होगा.
हालिया सैन्य तनाव और ‘ऑपरेशन सिन्दूर’
23 अप्रैल से 6 मई के बीच नियंत्रण रेखा (LoC) के विभिन्न क्षेत्रों में छोटे हथियारों से गोलीबारी के कई मामले सामने आए. इसके बाद 7 मई से 11 मई के बीच स्थिति और गंभीर हो गई, जब दोनों ओर से भारी तोपों और हवाई हमलों का सहारा लिया गया.
भारत ने 7 मई को हुए ‘ऑपरेशन सिन्दूर’ के तहत आतंकवादी ठिकानों पर सटीक हमले किए. यह कार्रवाई 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के जवाब में की गई थी, जिसमें 26 निर्दोष लोगों की जान गई थी.
भारतीय कार्रवाई के बाद पाकिस्तान ने 8, 9 और 10 मई को भारतीय सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने की कोशिश की, लेकिन भारत ने कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए पाकिस्तान के कई अहम सैन्य ठिकानों को भारी नुकसान पहुंचाया. इसमें एयरबेस, एयर डिफेंस सिस्टम, नियंत्रण केंद्र और रडार ठिकाने शामिल थे.
सभी क्षेत्रों में सैन्य कार्रवाई पर रोक की घोषणा
शनिवार शाम को भारत के विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने यह घोषणा की कि दोनों देशों ने जमीन, हवा और समुद्र — तीनों मोर्चों पर सभी प्रकार की सैन्य कार्रवाइयों को तत्काल प्रभाव से रोकने पर सहमति बना ली है.
आतंकवाद को लेकर भारत का स्पष्ट रुख
हालांकि ‘ऑपरेशन सिन्दूर’ अभी समाप्त नहीं हुआ है, भारत ने यह साफ कर दिया है कि वह सीमा पार आतंकवाद की कीमत जरूर वसूल करेगा. सूत्रों के अनुसार, भारत ने पाकिस्तान को यह स्पष्ट संदेश दिया है कि वह आतंकवाद जारी रखकर चुनिंदा क्षेत्रों में सहयोग की अपेक्षा नहीं कर सकता.