तबाह होने वाला है एक और देश, बन जाएगा रूस का हिस्सा? पुतिन ने बनाया 'महाभारत' वाला चक्रव्यूह, सैटेलाइट इमेज ने खोल दी पोल

Published on: 13 May 2025 | Author: Gyanendra Tiwari
फिनलैंड की सीमा के पास रूस की सैन्य गतिविधियों में हाल ही में तेज उछाल देखा गया है. सैटेलाइट तस्वीरों से यह साफ हुआ है कि रूस अपनी सेना को इस इलाके में संगठित कर रहा है, और यह वही पैटर्न है जो यूक्रेन पर हमले से पहले देखा गया था.
रूसी सेना ने उत्तर-पश्चिमी रूस के कई अहम सैन्य अड्डों पर नए निर्माण कार्य शुरू किए हैं. इनमें से कई ठिकाने सोवियत संघ के समय के हैं, जिन्हें अब फिर से सक्रिय किया जा रहा है. इससे यह संकेत मिल रहा है कि रूस फिनलैंड और स्वीडन के नाटो में शामिल होने के बाद इस क्षेत्र को मजबूत करने की रणनीति पर काम कर रहा है.
चार अहम अड्डों पर गतिविधियां बढ़ीं
स्वीडन के चैनल SVT की रिपोर्ट के मुताबिक, रूस के चार सैन्य अड्डों—कामेंका, पेट्रोज़ावोडस्क, सेवेरोमॉर्स्क-2 और ओलेनया—पर हाल के महीनों में भारी हलचल देखी गई है. इन तस्वीरों को सैटेलाइट कंपनी प्लैनेट लैब्स के माध्यम से प्राप्त किया गया है.
कामेंका: सीमा से सिर्फ 35 मील दूर
फिनलैंड की सीमा से महज 35 मील की दूरी पर स्थित कामेंका में फरवरी से अब तक 130 से ज़्यादा सैन्य टेंट लगाए जा चुके हैं. यह एक पूरी ब्रिगेड यानी लगभग 2,000 सैनिकों के लिए पर्याप्त है. पहले शांत रहने वाला यह इलाका अब सैनिकों की चहल-पहल से भर गया है.
पेट्रोज़ावोडस्क में नए गोदाम
पेट्रोज़ावोडस्क में भी निर्माण कार्य तेज़ी से चल रहा है. यहाँ तीन बड़े गोदाम बनाए गए हैं, जो संभवतः बख्तरबंद वाहनों को रखने के लिए हैं. यह ठिकाना फिनलैंड की सीमा से सिर्फ 100 मील की दूरी पर है.
सेवेरोमॉर्स्क-2 फिर से हुआ सक्रिय
उत्तर दिशा में स्थित सेवेरोमॉर्स्क-2 हवाई अड्डा, जो पहले निष्क्रिय था, अब फिर से क्रियाशील हो गया है. यहाँ अब हेलीकॉप्टर और अन्य सैन्य उपकरण देखे जा सकते हैं. यह नॉर्वे और फिनलैंड दोनों के करीब स्थित है.
ओलेनया एयरबेस से यूक्रेन पर हमले
ओलेनया हवाई अड्डा, जो फिनलैंड की सीमा से लगभग 90 मील दूर है, वहां से यूक्रेन पर बमबारी किए जाने के आरोप लगे हैं. कीव का दावा है कि यहां से रूसी हमलावर विमानों को तैनात किया गया है.
नाटो की एकता की परीक्षा ले रहा है रूस
फिनलैंड के डिप्टी डिफेंस चीफ लेफ्टिनेंट जनरल वेसा विर्टानेन का कहना है कि रूस जानबूझकर नाटो की एकता की परीक्षा ले रहा है. उन्होंने यह भी कहा कि पहले रूस ने साइबर हमलों और अप्रवासन जैसे तरीकों से दबाव बनाने की कोशिश की थी, लेकिन अब वह खुलकर सैन्य कार्रवाई कर रहा है.
भविष्य में और सैनिक तैनात होंगे
विर्टानेन ने बताया कि रूस इस क्षेत्र में अपने सैनिकों की संख्या को बढ़ाने की योजना बना रहा है. उनकी मानें तो यह पूरी सैन्य संरचना अब चार से पांच डिविजनों में बदली जा रही है. उन्होंने यह भी कहा कि फिनलैंड पूरी तरह से सतर्क है और किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार है.