अस्थमा मरीज रोज करें ये 3 योगासन, सांस लेने में मिलेगी राहत और कम होंगे लक्षण

Published on: 25 Apr 2025 | Author: Princy Sharma
Yoga For Asthama: अस्थमा एक लगातार होने वाली रेस्पिरेशन बीमारी है, जिसमें एयरवे में में सूजन आ जाती है और स लेना मुश्किल होती है. इसके सामान्य लक्षण घरघराहट, सांस फूलना, खांसी और बोलने में समस्या हैं. लेकिन योग करने से सांस लेने की क्षमता में सुधार होता है, तनाव कम होता है और फेफड़ों की कार्यक्षमता बढ़ती है. चलिए इस आर्टिकल में जानते हैं कुछ आसन योग के बारे में जिसे करने से अस्थमा के लक्षण कम हो सकते हैं.
अधोमुख श्वानासन: यह आसन गहरी सांस लेने को प्रोत्साहित करता है. इसे करने के लिए आगे की ओर झुकने से शुरू करें और अपनी हथेलियों को चटाई पर रखें. दोनों पैरों को पीछे की ओर ले जाए, कूल्हों को ऊपर उठाए, घुटनों और कोहनियों को सीधा करें और उल्टा ‘V’ आकार बनाएं. फिर अपनी एड़ियों को जमीन पर दबाने की कोशिश करें. अपनी हथेलियों पर दबाव डालें और अपने कंधों की हड्डियों को खोलें. इस मुद्रा को 10 सेकंड तक बनाए रखें.
सेतुबंध सर्वांगासन (ब्रिज पोज)
सेतुबंध सर्वांगासन करने के लिए सबसे पहले अपनी पीठ के बल लेट जाएं. अपने घुटनों को मोड़ें, कूल्हे की चौड़ाई से अलग रखें. सांस लें अपने श्रोणि को ऊपर उठाएं और सुनिश्चित करें कि आपके घुटने और टखने एक सीध में हों. अपने ग्लूट्स को जोड़ें और अपने हाथों को अपनी पीठ के नीचे फैलाएं. इस मुद्रा को 10 सेकंड तक बनाए रखने से फायदा मिल सकता है.
चक्रासन
चक्रासन वह आसन है जिससे फेफड़ों को अधिक ऑक्सीजन मिलती है. इसे अभ्यास करने के लिए अपनी पीठ के बल लेट जाएं. अपने घुटनों को मोड़ें और सुनिश्चित करें कि आपके पैर जमीन पर मजबूती से टिके हुए हों.अपनी हथेलियों को अपने कानों के पास रखें, अपनी उंगलियां आगे की ओर रखें. सांस लेते हुए अपनी हथेलियों और पैरों पर दबाव डालें और अपने पूरे शरीर को ऊपर उठाएं ताकि एक आर्च बन जाए.अपने सिर को धीरे से पीछे की ओर गिरने दें और अपनी गर्दन को आराम दें. इस पोज में 10 सेकंड तक रुकें
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